* चिंचोली रहीमापुर में सजी अनूठी विवाह विधि
* बेटे-बहू व नाती-पोते बने विवाह में बाराती
अमरावती/दि.10 – जिले की अंजनगांव सुर्जी तहसील अंतर्गत चिंचोली रहीमापुर गांव में गत रोज एक ऐसा विवाह संपन्न हुआ, जिसकी इस समय परिसर सहित पूरे जिले में चर्चा हो रही है. क्योंकि इस विवाह समारोह में 84 वर्षीय दुल्हे और 65 वर्षीय दुल्हन की शादी कराई गई. साथ ही दोनों ओर से घराती और बाराती के तौर पर दुल्हा-दुल्हन के बेटा-बहू व नाती-पोते शामिल हुए थे और सभी ने इस विवाह को अपनी रजामंदी देने के साथ ही दुल्हा-दुल्हन को सफल वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएं दी.
जानकारी के मुताबिक रहीमापुर गांव निवासी 84 वर्षीय विठ्ठलराव खंडारे की पत्नी का 3-4 वर्ष पहले निधन हो गया था और अपने जीवन के संध्याकाल में वे पूरी तरह से एकाकी हो गये थे. ऐसे में उन्होंने कुछ समय पहले दूसरा विवाह करने की इच्छा अपने बच्चों के समक्ष व्यक्त की थी. लेकिन विठ्ठलराव के बेटों ने इसका विरोध किया था. जिससे विठ्ठलराव कुछ हद तक निराश हो गये थे और उन्होंने अपने बेटे-बहू के समक्ष बीच-बीच में अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए अपने प्रयास जारी रखे. जिसे देखते हुए आखिरकार विठ्ठलराव के बेटा-बहू ने अपनी हामी भर दी. जिसके उपरान्त 84 वर्षीय विठ्ठलराव के लिए दुल्हन खोजने का काम शुरु हुआ और यह तलाश अकोट में रहने वाली 65 वर्षीय महिला पर जाकर रुकी. यह महिला भी अपने जीवन में नितांत अकेली रह गई थी. जिसके बाद दोनों पक्षों की रजामंदी के साथ चिंचोली रहीमापुर में इस बुजुर्ग जोडे का ब्याह कराने हेतु विवाह समारोह आयोजित किया गया. जिसमें इस नवदम्पति के बेटे-बहूओं, बेटीयों व दामादों तथा नाती-पोतों ने पूरे उत्साह के साथ शिरकत की. साथ ही इस विवाह समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने जीवन के संध्याकाल में एकाकी रह गये दो बुजुर्गों को एक साथ लाने हेतु की गई इस पहल का भी स्वागत किया. चिंचोली रहीमापुर में आयोजित इस विवाह की चर्चा अंजनगांव सुर्जी तहसील सहित इस समय पूरे जिले में चल रही है.