अमरावती/दि.29-बारिश के दिनों मेें जिले में सर्पदंश की घटनाओं में वृध्दि होती है. 1 अप्रैल से 26 अगस्त के दरमियान जिले में 867 लोगों को सर्पदंश हुआ है. जिसमें 8 नागरिकों ने उपचार के दौरान अपनी जान गवाई. संबंधित प्रशासन द्बारा दिए गये आंकडों के अनुसार जिले में रोजाना 7 नागरिकों को सर्पदंश होता है. सर्पदंश की सर्वाधिक घटनाए ग्रामीण परिसर में होती है. जिला सामान्य अस्पताल में उपचार के लिए लाया जाता है. अब तक 412 सर्पदंश के मरीजों ने यहां उपचार करवाया.
बारिश के दिनों में सांपों के बिलो में पानी भर जाता है. सांप बाहर सुरक्षित स्थान की तलाश में बस्तियों में आ जाते है और संपर्क में आनेवालों को डस लेते है. सर्पदंश हुए व्यक्ति को तुरंत उपचार मिलना आवश्यक होता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तथा उपकेंद्र में उपचार के लिए आवश्यक औषधियोंं की पूर्ति की जाती है. अधिकांश स्वास्थ्य केन्द्रों में उपचार की सुविधा रहने के बावजूद भी डॉक्टर उपचार न करते हुए सीधे मरीजों को ग्रामीण रूग्णालय या ग्रामीण अस्पताल या फिर जिला सामान्य अस्पताल भिजवा देते है. उपचार में देरी होने से अक्सर मरीज की मौत हो जाती है. 1 अप्रैल से 26 अगस्त के दौरान सर्पदंश से 8 लोगों ने अपनी जान गंवाई. जिले में सर्पदंश के मरीजों की संख्या 867 है. जिसमें 412 मरीजों को जिला सामान्य अस्पताल अमरावती में उपचार के लिए दाखिल किया गया. ग्रामीण अस्पताल चुर्णी में 60 मरीज उपचार के लिए आए. जिसमें एक की मौत हुई.