88 कर्मचारियों ने वर्धा व अमरावती जिलाधीश से की शिकायत
ड्यूटी पर रहने के बाद भी अनुपस्थित रहने का दिया नोटिस
* धामणगांव विधानसभा क्षेत्र का मामला
अमरावती/दि.16-धामणगांव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में लोकसभा चुनाव के दौरान 25 से 27 अप्रैल इन तीन दिनों तक ड्यूटी पर रहने के बाद भी कई कर्मचारियों को अनुपस्थित रहने का नोटिस दिया गया. जिससे इन कर्मचारियों ने रोष व्यक्त हो रहा है. ड्यूटी पर रहते दौरान तीनों दिन इन कर्मचारियों को असुविधाओं का सामना करना पडा. भोजन सहित अन्य सुविधाएं नहीं मिलने से कर्मचारियों को काफी तकलीफ हुई. ऐसे करीब 88 कर्मचारियों ने वर्धा और अमरावती के जिलाधिकारी से इस बारे में शिकायत की है.
जिले के मंडल अधिकारी, पटवारी, राजस्व कर्मचारी, कोतवाल सहित अन्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी वर्धा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के धामणगांव विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में लगाई थी. ईवीएम, वीवीपैट सुरक्षा कक्ष में रखना, प्रथम, द्वितीय रैन्डमाइजेशन के समय भोजन व पेयजल की व्यवस्था न करना, तथा संबंधित नोडल अधिकारी ने इस संबंध में पूछताछ करने पर अपमानजनक बर्ताव करना, आदि कारणों से कर्मचारियों को स्वखर्च से भोजन और चायपानी की व्यवस्था करनी पडी. मतदान सामग्री वितरण व वापस लेने के लिए नियुक्त किए कर्मचारियों को किसी प्रकार का प्रशिक्षण न देने का आरोप भी कर्मचारियों ने शिकायत में लगाया है. तथा 25 और 26 अप्रैल इन तीन दिनों एकही कर्मचारी को तीन से चार आदेश किए जाने से संभ्रम निर्माण हो गया था. लगभग 36 घंटे इन कर्मचारियों को काम करना पडा. इसके अलावा 27 अप्रैल को वर्धा में ईवीएम मशीन रखने के लिए करीब 120 कर्मचारियों को बुलाया गया. दोपहर 2 बजे तक वर्धा जाना था, किंतु भोजन की व्यवस्था नहीं की जाने से कर्मचारियों को भूखा रहना पडा. उन्हें यह लगा था कि, ड्यूटी दौरान उनके लिए भोजन की व्यवस्था करवाई गई होगी. इन कर्मचारियों को वर्धा जाने के लिए में हाजिर रहने संबंध में आदेशित किया गया था. सभी कर्मचारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था चांदूर रेल्वे में उपस्थित रहे. जिन कर्मचारियों को वाहन उपलब्ध हुए वे कर्मचारी वर्धा पहुंचे तिाा कुछ कर्मचारी अपने वाहन से स्वखर्च से वर्धा में हाजिर हुए. परंतु अन्य कर्मचारियों को वाहन उपलब्ध नहीं होने से वे वर्धा नहीं पहुंच पाए. फिरभी इन कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस दियाग या, यह आरोप कर्मचारियों ने शिकायत में किया है. इसलिए कर्मचारियों ने रोष व्यक्त किया है. 88 कर्मचारियों ने हस्ताक्षर कर दोनों जिलाधिकारी से शिकायत की है. इस समय मंडल अधिकारी एन.एस.स्थूल, पटवारी पी.एन गेडाम, चवरे, आर.बी.कुकडी, एस.जी.कापडे, व्ही.सोलनकर, पंकज खानजोडे, वी.एम.गाले, के.यू.जर्हाड, चव्हाण, मेश्राम, सिरसाट, पराते, थोरात, ठाकरे, पाटिल, धनकार, वंजारी, कालमेघ, डकरे, पिहुलकर, सोनोने, पठान, अन्य ऐसे 88 कर्मचारी उपस्थित थे.