* 53 प्रकरणों में मामले दर्ज
अमरावती/दि.11– अमरावती शहर में पिछले एक वर्ष में मीटर में छेडछाड कर बिजली चोरी करने वाले 882 ग्राहकों पर कार्रवाई की गई है. इन ग्राहकों व्दारा 3 करोड 17 लाख रुपए की बिजली चोरी की गई है. इन सभी पर दंडात्मक कार्रवाई भी की गई है. लेकिन समझौता शुल्क अदा कर बिजली चोरी की रकम न भरने वाले 53 प्रकरणों में मामले दर्ज किए जाने की जानकारी कार्यकारी अभियंता आनंद काटकर ने दी है.
बिजली चोरी पकडने के लिए महावितरण कंपनी लगातार अभियान चलाती है. इस अभियान के दौरान शहर में अप्रैल 2022 से अप्रैल 2023 तक कुल 882 बिजली चोरी के मामले उजागर हुए है. इसमें मीटर में छेडछाड करना, मीटर बंद करना, मीटर दूरी से बंद करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल करना, मीटर के पीछे छेद कर मीटर में दुविधा निर्माण कर उसे बंद करना अथवा मीटर की गति धीमी करना आदि प्रकरण उजागर हुए है. इन सभी ग्राहकों को 3 करोड 17 लाख रुपए बिजली चोरी के बिल दिए गए है. इनमें से 690 प्रकरणों में समझौता शुल्क समेत 2 करोड 44 लाख के बिजली बिल अदा किए गए है. लेकिन अभी भी जुर्माने समेत बिजली चोरी की रकम अदा न करने वाले 53 प्रकरणों में मामले दर्ज किए गए है. जबकि 139 प्रकरणों में कानूनी कार्रवाई की प्रक्र्रिया शुरु की गई है.
बिजली चोरी के अनाधिकृत विद्युत भार के कारण बिजली की लाइन पर मर्यादा से अधिक भार पडता है इस कारण उनमें खराबी आती है और शॉर्ट सर्किट होने से बिजली आपूर्ति खंडित होती है. इससे नियमित बिल अदा करने वाले ग्राहकों को परेशानी होती है और महावितरण को भी आर्थिक नुकसान होता है. साथ ही बिजली आपूर्ति खंडित होने पर महावितरण को ग्राहकों के रोष का सामना करना पडता है. इस कारण बिजली चोरी की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए महावितरण की तरफ से आगे भी इसी तरह का अभियान चलाया जाने वाला है. इसके लिए विभागीय कार्यालय के दल के साथ महावितरण के उडन दस्तों व्दारा भी अभियान शुरु किया गया है.