विभागीय क्रीडा संकुल में 8वां आंतर्राष्ट्रीय योग दिन
सांसद डॉ. बोंडे समेत विभिन्न मान्यवरों ने दिया योगा फॉर ह्यूमैनिटी का संदेश
* मनुष्य को निरोगी व दिर्घायुष्य प्रदान करने का सामर्थ है योग में- डॉ. बोेंडे
अमरावती/दि.21– केंद्र व राज्य सरकार द्बारा इस वर्ष के आंतर्राष्ट्रीय योग दिन का घोषवाक्य योगा फॉर ह्युमैनिटी रखा गया है. योग यह प्राचिन भारतीय संस्कृति की समूूचे विश्व को दी गई अमूल्य देन है. योग में मनुष्य को आंतर्बाह्य निरोगी रखकर दिर्घायुष्य प्रदान करने का सामर्थ है. आज संपूर्ण विश्व ने योग का स्विकार किया, यह उसी का उदाहरण है, ऐसा प्रतिपादन सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने किया. विभागीय क्रीडा संकुल में 8वें आंतर्राष्ट्रीय योग दिन समारोह में वे बोल रहे थे. जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग, महानगरपालिका, जिला क्रीडा अधिकारी कार्यालय, क्रीडा व युवक सेवा, उपसंचालक, राष्ट्रीय छात्र सेना, संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ, विदर्भ ज्ञान विज्ञान संस्था, महिला पतंजलि योग समिति, श्रीश्री रविशंकर आर्ट ऑफ लिविंग, क्रीडा भारती, शारिरीक शिक्षक संगठन, नेहरु युवा केंद्र, बृहंमहाराष्ट्र योग परिषद, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट, युवा भारत व किसान पंचायत, शिवाजी शिक्षा संस्था, शिवाजी शारिरीक शिक्षा महाविद्यालय, वंदे मातरम् योग प्रसारक मंडल, जिले की विविध योग संगठनाएं, क्रीडा संगठन, क्रीडा मंडल आदि के संयुक्त तत्वावधान में इस भव्य योग दिन समारोह का आयोजन किया गया था.
दीप प्रज्वलन से योगाभ्यास कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस अवसर पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा, क्रीडा उपसंचालक विजय संतान, उपजिलाधीश आशिष बिजवल, नितीन व्यवहारे, भारत स्वाभिमान ट्रस्ट के नितीन श्रीसरकार, पतंजलि योग समिति के बलवंत कोहले, आर्ट ऑफ लिविंग के निरज अग्रवाल, योगेश राठी प्रमुख रुप से उपस्थित थे. केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय के प्रोट्रोकॉल अनुसार इस योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने आंतर्राष्ट्रीय योग दिन कार्यक्रम व्यापत स्तर पर आयोजित करने की सुचना की. कार्यक्रम का सुत्रसंचालन निरज अग्रवाल ने किया. आभार प्रदर्शन योगेश राठी ने किया. इस अवसर पर डॉ. जामटे, रतिलाल सातपुते, योगेश राठी, अशोक मुंधडा, छाया जंगले, वंदना पराते, कल्पना शेटे, सुधीर आसटकर, अनंत कावरे, हरिराम गिलोरकर, अर्जुन कानतोंडे, सुरेंद्र मडगे, अनिकेत बुदाडे, उमेश गिलोरकर, गजेंद्र गुडधे, नरेंद्र किंगरनी, सचिन माने, कविता मोटवानी, अभिजित सावंत, मनीष अनासाने, उज्वला सेजल, प्रियंका लुंगे समेत कई संगठनों के पदाधिकारी, नागरिक, युवक, खिलाडी बडी संख्या में उपस्थित थे.