अमरावती

संगाबा अमरावती विवि के नौंवे कुलगुरु के लिए 9 नाम चर्चा में

आज थी आवेदन करने की अंतिम तारीख

अमरावती/दि.17– संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के नौंवे कुलगुरु पद हेतु अमरावती से ही वास्ता रखने वाले करीब 9 शिक्षाविदों के नामों की चर्चा चल रही है. इसके अलावा नागपुर व दिल्ली की उच्च शिक्षा संस्थाओं से भी कुछ शिक्षाविदों द्वारा अमरावती के कुलगुरु पद हेतु दांवा पेश किया जा रहा है. विशेष उल्लेखनीय है कि, इस हेतु आवेदन करने की आज 17 नवंबर को ही अंतिम तिथि है. ऐसे में आवेदन करने के अंतिम समय तक और किन-किन लोगों के आवेदन प्राप्त होते है. यह आगामी दो दिनों में स्पष्ट हो जाएंगा.

संगाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु पद हेतु चर्चा में रहने वाले 9 अमरावतीकरों के नामों में विद्यापीठ के मौजूदा प्र-कुलगुरु डॉ. प्रसाद वाडेगांवकर, पूर्व प्र-कुलगुरु प्राचार्य डॉ. राजेश जयपुरकर व डॉ. विजयकुमार चौबे, विवि निरंतर शिक्षा विभाग के संचालक प्रा. श्रीकांत पाटिल, अंतरविद्या शाखा की अधिष्ठाता डॉ. वैशाली गुडधे, नवक्रम की संचालक डॉ. स्वाती शेरेकर, संगणक विभाग प्रमुख डॉ. मोहम्मद अतिक, ब्रिजलाल बियाणी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक धोटे तथा श्री शिवाजी कला व वाणिज्य महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या डॉ. स्मीता देशमुख का समावेश है. इसमें से प्राचार्य डॉ. दीपक धोटे ने पिछली बार भी कुलगुरु पद के लिए अपना दांवा पेश किया था.

उल्लेखनीय है कि, कुलगुरु डॉ. दिलीप मालखेडे के निधन से लेकर अब तक संगाबा अमरावती विवि का कुलगुरु पद रिक्त है. जारी वर्ष के प्रारंभ में ही डॉ. मालखेडे का आकस्मिक निधन हो गया था. हालांकि इससे पहले ही खुद उनके ही निर्देश पर तत्कालीन प्र-कुलगुरु डॉ. विजयकुमार चौबे को राजभवन द्वारा प्रभारी कुलगुरु के तौर पर पदभार सौंपा गया था. जिसके पश्चात डॉ. बाबासाहब आंबेडकर मराठवाडा विद्यापीठ के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले को इस पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई थी और तब से प्रभारी कुलगुरु के तौर पर डॉ. प्रमोद येवले ही कार्यरत है. परंतु आगामी दिसंबर माह के अंत में डॉ. प्रमोद येवले भी सेवानिवृत्त होने जा रहे है. जिसके चलते सरकार ने मराठावाडा विद्यापीठ सहित संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु पद हेतु चयन प्रक्रिया शुरु कर दी है. इस प्रक्रिया के तहत नियमानुसार कुलगुरु चयन समिति का गठन भी किया गया है तथा इस समिति ने 17 नवंबर तक इच्छूकों से आवेदन मंगाए है.

* इस बार अलग समिकरण अस्तित्व में आने की संभावना
उल्लेखनीय है कि, इस समय राज्य में भाजपा, शिंदे गुट वाली शिवसेना तथा अजित पवार गुट वाली राकांपा ऐसे तीन दलों की मिलीजुली सरकार है. यानि तीनों दलों के नेताओं के पास राज्यपाल के समक्ष अपना-अपना पक्ष रखने का मौका है. विदर्भ में नागपुर विद्यापीठ सहित रामटेक सहित संस्कृत विद्यापीठ, गोंडवाणा विद्यापीठ तथा पशुधन व मत्स्य व्यवसाय विद्यापीठ के कुलगुरु पदों पर इससे पहले ही कुलगुरुओं की नियुक्ति हो चुकी है और इन नियुक्तियों में काफी हद तक भाजपा की छाप दिखाई दे रही है. जिसके चलते अन्य दो दलों द्वारा दमदार मांग किए जाने पर संगाबा अमरावती विद्यापीठ के कुलगुरु पद को लेकर इस बार कुछ अलग समीकरण सामने आ सकता है.

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