अमरावतीमहाराष्ट्र

जिले के 32 में से 9 शिवभोजन केंद्रो को अनुदान के अभाव में लगा ताला

शहर में 8 और ग्रामीण क्षेत्र में 15 केंद्र शुरु

अमरावती/दि.26– तत्कालिन महाविकास आघाडी सरकार ने आर्थिक रुप से कमजोर नागरिकों को 10 रुपए में खाना देने के लिए शिवभोजन केंद्र की शुरुआत की. गरीबों के लिए कोरोना काल में यह योजना महत्वपूर्ण साबित हुई. लेकिन अब समय पर न मिलनेवाले अनुदान सहित विविध कारणों से शहर सहित जिले के 32 में से 9 शिवभोजन केंद्र को ताले लग गए है.

जिले में फिलहाल 32 शिवभोजन केंद्र शुरु है. इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 15 केंद्र है. वहां 1555 और शहरी क्षेत्र में 8 केंद्रों पर 990 थाली मंजूर है. हरदिन कुल 2545 थाली नागरिकों को दी जाती है. कुछ केंद्र संचालकों को समय पर न मिलनेवाले अनुदान के कारण केंद्र चलाना कठिन हो गया है. तथा कुछ लोगों की तरफ से थाली वितरण में अनियमितता पाई गई है. कुछ ने लक्ष्य पूर्ण नहीं किया है और कुछ लोगों का मनमाना कामकाज रहने से 9 केंद्र बंद किए गए है. इसमें दर्यापुर और अमरावती के प्रत्येकी 3 तथा चांदूर रेलवे, नांदगांव खंडेश्वर और चिखलदरा के प्रत्येकी एक शिवभोजन केंद्र का समावेश है. अन्य केंद्र नए रहने से शहर सहित जिले के शिवभोजन केंद्र बाबत पूर्ण जानकारी न रहने की बात सहायक जिला आपूर्ति अधिकारी प्रज्वल पाथरे ने दी है.

योजना शुरु हुई तब से अनुदान में एक रुपए की बढोतरी नहीं हुई है. लेकिन इस तुलना में महंगाई भारी मात्रा में बढ गई है. इस कारण अब अनुदान कम पड रहा है. अनुदान में बढोतरी करने की मांग केंद्र संचालकों द्वारा की जा रही है. शहरी क्षेत्र में प्रत्येक थाली के लिए शासन की तरफ से 40 रुपए तथा ग्रामीण क्षेत्र में 25 रुपए अनुदान दिया जाता है. जिसमें दो रोटी, 150 ग्राम चावल तथा प्रत्येकी 100 ग्राम सब्जी और दाल दी जाती है. दिनोंदिन महंगाई बढती रहते तथा दिया जानेवाला खाना भी एकजैसा ही रहते शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के अनुदान में भेदभाव क्यों? ऐसा सवाल ग्रामीण क्षेत्र के शिवभोजन केंद्र संचालकों ने उपस्थित किया है. समय पर अनुदान न मिलने से केंद्र संचालको ने खुद ही केंद्र बंद कर दिए. जगह का स्थानांतरण करते समय बिना अनुमति के केंद्र बंद रखना, केंद्र संचालकों की तरफ से लक्ष्य पूर्ण न होना, किराए का करारनामा समाप्त होना, खाने में नियम के मुताबिक सभी भोजन न देना, केंद्र दूसरे के जरिए चलाना, और सीसीटीवी फुटेज न देना आदि कारण बताए गए है.

* दर्यापुर के तीनों शिवभोजन केंद्र बंद हुए
दर्यापुर में कुल तीन शिवभोजन केंद्र थे. शासन निर्णय के मुताबिक अनियमितता पाए जाने से डेढ वर्ष पूर्व दो शिवभोजन केंद्र बंद किए गए तथा एक अन्य केंद्र संबंधित संचालक ने आर्थिक कारण बताकर बंद कर दिया. हमारे कार्यालय की तरफ से कोई भी अनुदान बकाया नहीं है.
– डॉ. रविंद्रकुमार कानडजे
तहसीलदार, दर्यापुर

* जिले के शिवभोजन केंद्र
– 32 मंजूर केंद्र
– 23 शुरु रहे केंद्र
– 09 बंद रहे केंद्र

* अनुदान के अभाव में बंद करना पडा
शिवभोजन केंद्र को हरदिन 100 थाली का लक्ष्य था. वह पूर्ण नहीं हो रहा था. साथ ही 6 माह अनुदान नहीं मिल रहा था. इस कारण खर्च निकालना मुश्किल हो गया था. मजबूरन शिवभोजन केंद्र बंद करना पडा.
– सुजीत माकोडे, चांदूर रेलवे.

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