दो माह में टाईफाईड का शिकार हुए 918 मरीज
दूषित पानी व गंदगी से फैल रही संक्रामक बीमारियां
अमरावती/दि. 27 – बारिश के मौसम दौरान कई तरह के विषाणु व जीवाणु सक्रिय हो जाते है. जिसके चलते इस मौसम के दौरान विभिन्न संक्रामक बीमारियां फैलने का प्रमाण काफी अधिक होता है. अमरावती जिले में जून व जुलाई इन दो माह के दौरान 918 मरीज टाईफाईड नामक बुखार का शिकार हुए, ऐसी जानकारी स्वास्थ प्रशासन के पास दर्ज हुई है.
बता दे कि, ‘साल्मोनेला टायफी’, ‘साल्मोनेला परायइफी-ए’ व ‘साल्मोनेला परायइफी-बी’ नामक बैक्टेरियां से टाईफाईड की बीमारी होती है. साथ ही दूषित पानी व अस्वच्छता के जरिए भी यह बीमारी फैलती है. जिले में विगत दो माह के दौरान बडे पैमाने पर बारिश हुई. जिसके चलते शहर सहित ग्रामीण इलाको में कई स्थानों पर जलजमाव वाले हालात बने और डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया जैसी कीटकजन्य बीमारियों के साथ ही स्वाईन फ्लू, कोरोना व टाईफाईड जैसी बीमारियों का प्रमाण भी काफी अधिक बढ गया.
स्वास्थ विशेषज्ञो के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति शौच के बाद सही तरीके से हाथ नहीं धोता है और स्वच्छता का खयाल रखे बिना भोजन करता है तो उसे टाईफाईड होने की संभावना काफी अधिक रहती है. टाईफाईड का जीवाणु पानी अथवा किसी सूखे स्थान पर एक सप्ताह तक जीवित रह सकता है और संपर्क में आनेवाले किसी भी व्यक्ति को बाधित कर सकता है. संसर्ग होने के बाद टाईफाईड के बैक्टेरियां सीधे मरीज की आंख में पहुंचते है और यह संसर्ग 10 से 14 दिन में दो गुनह बढते हुए पाचन शक्ति पर परिणाम करता है. साथ ही यह बैक्टेरियां रक्त में मिलते हुए लिंफनोड्स, गॉलब्लॅडर व लिवर में पहुंच जाते है. तथा समय पर इलाज नहीं मिलने पर मरीज की जान भी जा सकती है. जिले में जून माह के दौरान 363 व जुलाई माह के दौरान 555 लोग टाईफाईड का शिकार हुए थे.
* क्या है टाईफाईड के लक्षण
टाईफाईड होने पर थंडी लगने के साथ ही शरीर के तापमान में लगातार उतार-चढाव होता है. इसके अलावा पेटदर्द, उलटी, थकान, कमजोरी, सिर दर्द, बदन दर्द, भूख कम लगना व शौच से रक्त निकलना जैसे लक्षण भी दिखाई देते है.
* शहर में तीन लोगों की डेंगू से मौत
इसी बीच यह जानकारी सामने आई है कि, शहर के एकनाथ विहार परिसर में रहनेवाले तीन लोगों की डेंगू की संक्रामक बीमारी के चलते मौत हुई है. डेंगू संक्रमन की वजह से मरनेवाले लोगों में 14 वर्षीय बच्चे सहित 20 से 21 वर्ष की आयुवाले दो युवकों का समावेश है. स्थानीय मनपा प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने समाचार लिखे जाने तक इन तीनों मौतो के बारे में अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की थी. लेकिन विश्वसनीय सूत्रों के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक डेंगू संक्रमित इन तीनों लोगों का शहर के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा था तथा इलाज के दौरान एक ही परिसर से वास्ता रखनेवाले तीनों लोगों ने दम तोड दिया.