अमरावती

96.51 लाख लोगों को मिला प्रत्यक्ष काम

रोजगार निर्माण के मामले में अमरावती जिला राज्य में रहा अव्वल

अमरावती/दि.26 – महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के माध्यम से रोजगार निर्माण के मामले में अमरावती जिला संपूर्ण राज्य में नंबर वन पर रहा है. वर्ष 2020-21 में जिले में 96 लाख 51 हजार संख्या बल को रोजगार उपलब्ध कराया गया है. पालघर जिले में यह संख्या 46 लाख 690 हजार और गोंदिया जिले में 45 लाख 98 हजार श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराया गया. इस तरह यह 2 जिले क्रमश: दूसरे व तीसरे क्रमांक पर रहे. जबकि संपूर्ण राज्य में अमरावती जिला टाप पर रहा.

240 करोड खर्च किए

रोगायो के उप जिलाधिकारी राम लंके के अनुसार जिले में पिछले वर्ष 96.51 लाख संख्या बल दिवस रोजगार निर्मिति की गई. इस योजना में दिहाडी देने के साथ ही निर्धारित काम समय पर किए जाने से खर्च में भी जिला नंबर वन पर रहा. 240 करोड 61 लाख 51 हजार रुपए खर्च किया गया. कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए अप्रैल 2020 से रोजगार निर्मिति पर जोर दिया गया. शुरुआत में दिहाडी मजदूरों की उपस्थिति 19 हजार 346 रही. जिसके बाद बडे पैमाने पर मजदूरों की संख्या बढी. मई माह में मजदूरों की संख्या 96 हजार 930 दर्ज की गई. अब विभिन्न योजनाओं से मनरेगा का समन्वय बनाते हुए विकास कार्य चलाए जा रहे है.

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4,393 करोड का लेबर बजट

कोरोना संकट काल में नागरिकों को उनके गांव ही रोजगार उपलब्ध कराने के लिए बडे पैमाने पर विकास कार्य शुुरु किए गए. अधिकाधिक रोजगार उपलब्ध कराने के लिए सूक्ष्म नियोजन पर जोर दिया गया. अब अगले वर्ष के लिए मनरेगा से रोजगार निर्मिति हेतू 4 हजार 393 करोड का लेबर बजट तैयार किया गया है. जिससे गत वर्ष की तुलना में ढाई गुना रोजगार निर्माण होगा.
– एड.यशोमती ठाकुर, पालकमंत्री

लाकडाउन में विकास कार्यों पर जोर

पिछले वर्ष कोरोना वायरस महामारी के चलते लॉकडाउन लगाया गया था. जिससे जिले में कामकाज बंद पड गए थे. जिससे नागरिक अपने गांव लौट आए. मेलघाट समेत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का प्रश्न निर्माण हो गया. इसी दौरान स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा ने अहम भूमिका निभाई. ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराने की आवश्यकता देखते हुए पालकमंत्री यशोमती ठाकुर ने समय-समय पर समीक्षा की. जलसंधारण, सडक विकास के कामों को गति देने के निर्देश दिए. गांव स्तर पर कार्यों की आवश्यकता और विभिन्न विकास कार्यों को गतिमान करने का दृष्टिकोण रखते हुए सूक्ष्म नियोजन कर पालकमंत्री ने रोजगार केसाधन उपलब्ध कराने पर भी विशेष ध्यान दिया.


114 प्रश लक्ष्य पूर्ण किया

वर्ष 2020-21 में 84 लाख 66 हजार मानव दिवस निर्मिति का लक्ष्य था. जो पहले ही पूरा कर 24 मार्च तक 96 लाख 51 हजार मानव दिवस निर्माण किया गया. इस तरह लक्ष्य की तुलना में यह प्रमाण 114 प्रतिशत दर्ज किया गया है.
– शैलेश नवाल, जिलाधिकारी

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