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जिले में अब तक लम्पी रोग से 997 गोवंश की मौत, मनपा क्षेत्र में 80 बाधित

पशु संवर्धन विभाग का कहना, कहीं भी कोई पशुधन क्वारेंटाईन नहीं

* ग्रामीण क्षेत्र में अब तक 17160 में से 10845 रोगमुक्त
अमरावती/दि.21-अमरावती जिले में लम्पी रोग की चपेट में पिछले डेढ़ माह में कुल 17 हजार 160 पशुधन आए है. इनमें से 10 हजार 854 गोवंश ठीक होने का दावा पशु संवर्धन विभाग ने किया है. जिले में अब तक कुल 997 गोवंश की मौत हुई है. मनपा क्षेत्र में 80 गोवंश इस रोग की चपेट में है. लेकिन किसी भी पशुधन को क्वारेंटाइन नहीं किया गया है. प्रतिबंधात्मक उपाययोजना के तहत शहरी और ग्रामीण इलाको में 92 फीसदी टीकाकरण किया गया है.
पशु संवर्धन विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. नरेंद्र मालपे ने बताया कि जिले ग्रामीण क्षेत्र की 14 तहसीलो में कुल 4 लाख 64 हजार पशुधन है. इनमें से 4 लाख 17 हजार गोवंश का टीकाकरण किया गया है. जबकि मनपा क्षेत्र में 4500 पशुधन की संख्या है. लगभग 92 प्रतिशत टीकाकरण अब तक हो गया है और लम्पी रोग की रोकथाम के आवश्यक कदम उठाए जा रहे है. जिले हर तहसील में ग्रामस्तर पर दल गठित कर गोवंश पर उपचार और टीकाकरण का काम जारी है. अब तक कुल 997 गोवंश की जिले में इस बीमारी के कारण मौत हुई है. डॉ. मालपे ने यह भी बताया कि कहीं भी मवेशियों को क्वारेंटाइन नहीं किया गया है और कोई सेंटर नहीं खोला गया है.

जिले में 31 अगस्त से शुरूआत
अमरावती जिले में लम्पी रोग की शुरूआत विगत 31 अगस्त से मेलघाट के धारणी तहसील में आनेवाले झिल्पी ग्राम से हुई थी. डॉ. मालपे का कहना था कि मेलघाट का यह गांव मध्यप्रदेश की सीमा से सटकर है. सर्वप्रथम राजस्थान से इस रोग की शुरूआत होने के बाद वह मध्यप्रदेश पहुंचा और वहां से अमरावती जिले में इस बीमारी का प्रवेश हुआ है.

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