राज्य में नए प्रदेशाध्यक्ष नियुक्तियां फिलहाल अटकी रेस में पटोले, राउत, सातव और ठाकुर के नाम की चर्चा
मुंबई– कोरोना के बढते प्रभाव के चलते कांगे्रेस पार्टी संगठन के पदाधिकारियों की प्रभावित नियुक्यिों में नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्तियां जल्द ही की जाने वाली थी. लेकिन दो कारणों से यह नियुक्यिां फिहाल टल गई है. राजस्थान में राजनीतिक पेंच निर्माण होने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वहां पर व्यस्त है. इसके अलावा राज्य में नाना पटोले की नियुक्ति प्रदेशाध्यक्ष पद पर किए जाने से विधानसभा अध्यक्ष पद पर नए से चुनाव लेने पडेंगे. राजस्थान की पृष्ठभूमि पर यह समय चुनाव लेने का नहीं होने की बात राष्ट्रवादी नेताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष को बतायी है. राज्य के प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए नाना पटोले का नाम बाजू में रखकर विचार शुरु है. इसलिए राज्य के नए कांगेे्रस प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्तियां प्रभावित होने की जानकारी कांग्रेस के विश्वसनिय सूत्रों से मिली है. पूर्व मुख्यमंत्री तथा सांसद अशोक चव्हाण की नियुक्ति प्रदेशाध्यक्ष पद पर की गई थी. लेकिन पार्टी को राज्य में बुंलदि तक नहीं पहुंचा पाए. जिसके चलते उनकी जगह विखे पाटिल के कट्टर विरोधक बालासाहब थोरात की नियुक्ति करने समय पांच कार्यध्यक्ष भी नियुक्त किए गए. लेकिन उसके बाद भी सामूहिक नेतृत्व का प्रयोग भी सफल नहीं हो पाया. राजनीतिक पांबदियों से पार्टी को विधानसभा में मिलनी चाहिए वैसी सफलता प्राप्त नहीं हुई अब फिर से अब राज्य में नए प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर चर्चा चल रही है. राज्य प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए राहुल गांधी के यंग बिग्रेड के राजीव सातव का नाम फिलहाल अग्रसर है. उनको अखिल भारतीय स्तर पर बेतर काम करने के चलते यह मौका मिल सकता है. पूर्व प्रदेशाध्यक्ष पृथ्वीराज चव्हाण ने केंद्र स्तर पर काम करने की इच्छा जताई है. इसलिए उनकी जगह नितिन राउत के नाम की चर्चा चल रही है. राउत सोनिया गांधी के नजदीकी भी बताए जा रहे है. विधायक यशोमती ठाकुर का नाम भी इस रेस में शुमार है.