बेटी ब्याहो और बहू पढाओ का सुंदर उदाहरण
ससुर और पति के कदमों पर चली नीलम
धामणगांव रेलवे/दि.15– ससुर तथा पति के कदम पर कदम रखकर बहू विवाह के 19 वर्ष पश्चात वकील हुई. बेटी ब्याहो और बहू पढाओ यह मूलमंत्र धामणगांव के एड. रमेशचंद्र चांडक ने सार्थक किया. इस आदर्श कार्य बाबत उनकी सराहना की जा रही है. उनकी पुत्र वधू नीलम राजेश चांडक ने हाल ही में एलएलबी परीक्षा 78 % अंक के साथ उत्तीर्ण की है.
* माहेश्वरी महासभा का नारा
बेटी ब्याहो और बहू पढाओ इस अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के प्रचार मंत्र अंतर्गत विदर्भ प्रादेशिक माहेश्वरी संगठन के पूर्व अध्यक्ष धामणगांव एज्युकेशन सोसायटी के अध्यक्ष एड. रमेशचंद्र चांडक की बहू और माहेश्वरी हितकारक संघ के सचिव एड. राजेश चांडक की पत्नी नीलम चांडक ने गोयनका कॉलेज अकोला से वकील की परीक्षा में 78 अंक प्राप्त कर एलएलबी पदवी प्राप्त की.
* 2005 में हुआ था विवाह
एड. राजेश चांडक का विवाह 2005 में अकोला की नीलम ओमप्रकाश जाजू के साथ हुआ. अपने संपूर्ण परिवार की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हुए नीलम ने उच्च शिक्षा प्राप्त की. नीलम ने कहा कि यजमान एड. राजेश, ससुर एड. रमेशचंद्र और परिवार के सभी सदस्यों के मनोभाव किए गये सहकार्य से सफलता मिली हैं. उन्होंने सास कमला चांडक का भी उल्लेख किया. एड. रमेश चांडक ने कहा कि उन्हें बहू पर गर्व हैं.