अमरावती

एक सफाई ठेकेदार को मिलेगा दो झोन का जिम्मा

केवल तीन निविदाधारक ही इस स्पर्धा में

* मनपा की चयन प्रक्रिया अब अंतिम चरण में
अमरावती/दि.27 – महानगरपालिका के झोन निहाय ठेके की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है. जिसके तहत ठेकेदार तय करने के लिए फिलहाल चयन समिति की माथापच्ची चल रही है. टेक्नीकल व फायनांशिय बीड ओपन करने के बाद इस स्पर्धा में तीन ठेकेदार शामिल है. जिसमें से सबसे कम दर प्रस्तावित करने वाले ठेकेदार का चयन किया जाएगा. ऐसी जानकारी स्वच्छता अधिकारी व विशेष कार्य अधिकारी डॉ. सीमा नैताम द्बारा दी गई है.
बता दें कि, इससे पहले अमरावती मनपा क्षेत्र में साफ-सफाई व कचरा संकलन के लिए प्रभाग निहाय ठेका पद्धति को लागू किया गया था. इसके स्थान पर अपना मनपा प्रशासन द्बारा झोन निहाय ठेका पद्धति को अमल में लाया जा रहा है. जिसके लिए निविदा प्रक्रिया चलाई जा रही है. हालांकि इसे हाईकोर्ट में चुनौति दी गई थी, लेकिन हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को लवाद मेें जाने की सलाह देते हुए यह याचिका खारिज कर दी. जिसके चलते याचिकाकर्ताओं ने अब स्थानीय जिला व सत्र न्यायालय में गुहार लगाई है. जिस पर परसो 29 मई को सुनवाई होगा. वहीं इस दौरान न्यायालय में निविदा प्रक्रिया को पूर्ण करने के संदर्भ में कोई स्थगनादेश नहीं दिया है. जिसके चलते मनपा की पडताल समिति ने टेक्निकल बीड को खोलने के साथ ही आर्थिक मानकों की भी जांच की. तकनीकी जांच में 19 में से 9 निविदाधारक पात्र साबित हुए थे. जिसके बाद और एक ठेकेदार पात्र हो जाने के चलते 10 स्पर्धक शेष रहे. इस समय प्रत्येक झोन में 2 ठेकेदार स्पर्धा में है. जिसमें से सबसे कम दर प्रस्तावित करने वाले ठेकेदार का चयन किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक निविदा प्रक्रिया की शर्त के अनुसार एक ठेकेदार को 2 झोन का ठेका दिया जाएगा. स्पर्धा में रहने वाले 10 स्पर्धकों में तीन ही ठेकेदार है. जिसके चलते निविदा के शर्त के मुताबिक एक ठेकेदार को 2 झोन तथा दूसरे ठेकेदार को एक झोन का ठेका मिल सकता है. पता चला है कि, श्रीनागरी सेवा सहकारी संस्था ने पांचों झोन में ठेके की निविदा भरी है. वहीं श्री गोविंदा संस्था ने चार झोन में और बेरोजगारों की क्षितिज नागरी सेवा सहकारी संस्था ने झोन क्रमांक 3 में निविदा प्रस्ताव दिया है. ठेकेदारों द्बारा आपसी समन्वय के साथ निविदा भरे जाने के चलते उनके झोन लगभग निश्चित हो गए है तथा अब केवल अधिकृत घोषणा की औपचारिकता बची हुई है, ऐसा जानकारों का मानना है.

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