चुनाव पूर्व सर्वे में अमरावती की बेहद उलट तस्वीर
जिले की 8 में से 6 सीटों पर मविआ दिख रही आगे
* 2 पर अन्यों को सफलता मिलने का अनुमान
* महायुति का जिले में खाता भी ख्ाुलता नहीं दिख रहा
अमरावती /दि.2- आगामी विधानसभा चुनाव के मुद्देनजर समूचे राज्य में एक चुनाव पूर्व सर्वेक्षण किया गया. विगत 16 से 25 अगस्त तक चले इस सर्वेक्षण के तहत अमरावती जिले में भी सर्वे करते हुए यह जानने का प्रयास किया गया कि, इस बार किस निर्वाचन क्षेत्र से किस पार्टी और किस राजनीतिक गठबंधन का माहौल है तथा इस बार राज्य में किसकी सरकार बन सकती है. इस सर्वेक्षण के तहत अमरावती जिले को लेकर जो संभावित तस्वीर सामने आयी है. उसे बेहद दिलचस्प कहा जा सकता है. क्योंकि इस सर्वे के मुताबिक अमरावती जिले में भी इस समय मविआ आगे दिखाई दे रही है और जिले की 8 में से 6 विधानसभा सीटें इस सर्वे ने मविआ को जाती दिखाई है. वहीं 2 सीटों पर अन्यों के सफल रहने का अनुमान जताया है.
खास बात यह है कि, इस सर्वे ने अमरावती जिले में महायुति को 8 में से 1 भी सीट मिलती नहीं दिखाई है. जबकि इस समय अमरावती जिले में महायुति के समर्थक रहने वाले 6 विधायक है, जिनमें अमरावती की कांग्रेस विधायक सुलभा खोडके, बडनेरा के निर्दलीय विधायक रवि राणा, धामणगांव रेल्वे के भाजपा विधायक प्रताप अडसड, मेलघाट से प्रहार पार्टी के विधायक राजकुमार पटेल, अचलपुर से प्रहार पार्टी के विधायक बच्चू कडू व मोर्शी से स्वाभिमानी शेतकरी के विधायक देवेंद्र भुयार का समावेश है. वहीं शेष दो निर्वाचन क्षेत्रों में महाविकास आघाडी समर्थक विधायक रहे. जिसमें से दर्यापुर के विधायक बलवंत वानखडे अब जिले के सांसद निर्वाचित हो चुके है और तिवसा से कांग्रेस की यशोमति ठाकुर विधायक है. ऐसे में यह सर्वेक्षण अमरावती जिले को लेकर बिल्कुल ही उलटी तस्वीर पेश कर रहा है और महाविकास आघाडी को 8 में से 6 सीटें मिलती दिखा रहा है. साथ ही 2 सीटों पर अन्यों को सफलता मिलने का अनुमान जताने के साथ ही महायुति का अमरावती में खाता भी खुलता नहीं दिखा रहा.