अमरावतीमहाराष्ट्र

वृद्ध कलाकारों का प्रतिनिधिमंडल उपमुख्यमंत्री से मिला

विभिन्न उचित मांगों पर चर्चा की

* समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन
अमरावती/दि.27-जिले के सैकड़ों बुजुर्ग कलाकारों के पिछले दो-तीन वर्षों से लंबित मानधन प्रस्तावों को आचार-संहिता से पहले चयन समिति की सभा लेकर पुराने मानदंडों के अनुसार हल करने का अनुरोध स्थानीय कला संगठन ने किया है. जिले के दूरदर्शन एवं आकाशवाणी लोक-कलाकार प्रमोद पोकले के नेतृत्व में जिला वृद्ध कलाकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के उपमुख्यमंत्री अजितदादा पवार से मुलाकात की और उनसे बातचीत कर बुजुर्ग कलाकारों की समस्याओं पर चर्चा की और विभिन्न मांगें रखीं और ज्ञापन सौंपा.
सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, महाराष्ट्र सरकार के माध्यम से राजर्षि शाहू महाराज वृद्ध कलाकार/साहित्यकार मानधन योजना 1954-55 से लागू की गई है. सरकार ने यह योजना इसलिए शुरू की है ताकि लंबे समय तक कला, संगीत और साहित्य के क्षेत्र में योगदान देने वाले और लोककला एवं सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने वाले कलाकारों को 50 वर्ष की आयु पार करने के बाद आर्थिक तंगी के कारण भूखा न रहना पड़े. ताकि वे और उनका परिवार सम्मान के साथ जी सकें.
हालांकि, कोरोना काल के बाद से जिले में बुजुर्ग कलाकार चयन समिति की बैठक नहीं होने के कारण 700 से अधिक सम्मान राशि के प्रस्ताव लंबित हैं, जिससे जिले के सैकड़ों बुजुर्ग कलाकारों को सम्मान राशि से वंचित रहना पड़ा. चूंकि कलाकारों द्वारा ये प्रस्ताव पुराने नियमों के अनुसार दायर किए गए थे, इसलिए समिति के अध्यक्ष के रूप में जिलाधिकारी को चुनाव आचार-संहिता लागू होने से तुरंत पहले चयन समिति की बैठक आयोजित करके पुराने मानदंडों के अनुसार लंबित प्रस्तावों का निपटान करना चाहिए. उपमुख्यमंत्री अजित पवार से पुराने कलाकारों की समस्याओं पर चर्चा कर उन्हें ज्ञापन सौंपा गया. साथही जिलाधिकारी कार्यालय अधीक्षक निलेश खटके इनसे भी भेट की और वृद्ध कलाकारों की विविध समस्याओं पर चर्चा कर उन्हें भी ज्ञापन सौंपा. ्र्रज्ञापन देते समय कलारसिक संस्था के अध्यक्ष भोलेश्वर मुदगल के साथ प्रकाशदीप वानखड़े, योगीराज राघोर्ते, रवींद्र बन, निरंजन प्रघने, ज्ञानेश्वर आंबटकर, दादाराव उघडे, रिजवानोद्दीन, दत्ता डाहोरे, अनिल गवारे, दीपक कोष्टी, राजन पछेल, नंदकिशोर पाटील, राजेंद्र इंगोले, मनोज राऊत और सुरेश देशमुख सहित अन्य कलाकार उपस्थित थें.

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