* डॉक्टर सहित 9 के खिलाफ अपराध दर्ज
नागपुर/दि.1- स्वयं के आर्थिक लाभ के लिए पांच दिनों के शिशु की बिक्री करने वाली टोली को अपराध शाखा के मानवी तस्करी विरोधी सेल ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया है. जिलाधिकारी कार्यालय के प्रवेशद्वार के सामने इस संदर्भ में सौदा होने वाला था. इस बारे में जानकारी मिलते ही जाल बिछाकर संबंधित टोली को ताबे में लिया गया.
एक विवाहित दंपत्ति को शारीरिक संबंधों से शिशु हुआ. इस जोड़ी से शिशु बेचने वाली टोली ने बातचीत कर लष्करी बाग की महिला हिवंका उर्फ वर्षा मेश्राम (52) ने एक महिला का शिशु एक सामाजिक कार्यकर्ता को तीन लाख में बेचने का सौदा किया. इस संदर्भ में पुलिस को जानकारी मिलते ही उन्होंने जाल बिछाया व सामाजिक कार्यकर्ता को नोटों का डमी बंडल दिया. पैसे लेकर आरोपी महिला ने उसके पास का शिशु सामाजिक कार्यकर्ता को दिया. पश्चात तुरंत ताक पर बैठी टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया. साथ ही रत्ना भालाधरे (33, बस्तरवाड़ी, दहीबाजार पुल, इतवारी), बिपीन उके (34, कोहले ले आऊट), अमोर रंगारी (33, बंसीनगर, भांडेवाडी), मंगला तांबे (52, कमाल चौक लष्करीबाग) को भी ताबे में लिया गया.
इस शिशु के संदर्भ में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ किए जाने पर उन्होंने सही उत्तर नहीं दिए. पाये गये डिस्चार्ज कार्ड पर से एक 21 वर्षीय महिला व उसका प्रेमी मुकूल सुरेश वासनिक (22, बोरकर ले आऊट, निर्मल कॉलोनी) का वह शिशु होने की बात उजागर हुई. डॉ. कल्याणी डेवीड थॉमस (48, हिवरीनगर पॉवर हाऊस) की सहायता से संबंधित टोली को बिक्री के लिए दिया गया था. पुलिस ने डॉ. कल्याणी थॉमस व संबंधित महिला को ताबे में लिया. सभी 9 आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया है.
अप्पर पुलिस आयुक्त (अपराध) नवीनचंद्र रेड्डी, पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा), डॉ. अक्षय शिंदे, सहायक पुलिस आयुक्त रोशन पंडीत के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक नंदा एन. मनगटे, ललीता, तोडासे, सहायक पुलिस निरीक्षक गजानन चांबारे, राजेन्द्र अटकले की टीम ने यह कार्रवाई की.