आशियाड कॉलोनी, जीवनछाया अर्पाटमेंट की घटना
अमरावती/ दि. 31- घर में अकेलापन बर्दाश्त न होने के कारण परेशान होकर 22 वर्षीय योगिता अशोकराव जवंजाल नामक युवती ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह सनसनीखेज घटना गाडगे नगर पुलिस थाना क्षेत्र के आशियाड कॉलोनी स्थित जीवनछाया अपार्टमेंट में कल सोमवार की दोपहर उजागर हुई. युवती ने आत्महत्या से पूर्व लिखे सुसाईड नोट में आत्महत्या का कारण स्पष्ट किया है.
जीवनछाया अपार्टमेंट में रहने वालों को सोमवार की दोपहर बदबू आने लगी. उन्होंने पूरा अपार्टमेंट छान मारा, परंतु उन्हें कही कुछ नहीं दिखाई दिया. इसके बाद परिसरवासी योगिता जवंजाल के फ्लैट के पास पहुंचे. तब उन्हें उसके फ्लैट से बदबू आती हुई महसूस हुई. उन्होंने फ्लैट का दरवाजा खटखटाकर योगिता को आवाज दिया. परंतु अंदर से किसी भी तरह की हलचल सुनाई नहीं दी. पिछले तीन दिनों से योगिता अपार्टमेंट में रहने वालों को नहीं दिखाई दी. तब उन्हें संदेह हुआ और फिर गाडगे नगर पुलिस को सूचित किया गया. खबर मिलते ही पुलिस का दल मौके पर पहुंचा. दरवाजा तोडकर अंदर देखा, तो योगिता फांसी के फंदे पर झूलती हुई दिखाई दी. उसके बाजू में पडा सुसाइड नोट पुलिस ने बरामद कर लिया. घटना की खबर मिलते ही देखने वाले लोगों की भीड इकट्ठा हो गई. पुलिस ने योगिता की लाश ुफांसी के फंदे से नीचे उताकर घटनास्थल का पंचनामा करने के बाद लाश पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम गृह रवाना की.
तीन दिन पहले की थी आत्महत्या
योगिता की मां का कुछ वर्ष पूर्व निधन हो गया था. सालभर पूर्व ही उसके पिता भी दुनिया छोडकर चले गए. योगिता का बडा भाई पुणे में नौकरी करता है. जिसके कारण योगिता घर में अकेली ही रहती थी. योगिता को उसका भाई हर माह कुछ रुपए भिजवाया करता था. योगिता स्वभाव से मिलनसार नहीं थी. माता-पिता नहीं होने और भाई भी पुणा में रहने के कारण उसे अकेलापन बर्दाश्त नहीं हुआ. इसी वजह से वह आत्महत्या कर रही है, ऐसा योगिता ने मृत्यु पूर्व लिखे सुसाईड नोट में उल्लेख किया है. बरामद किये गए सुसाईड नोट पर 27 तारीख लिखी हुई है. जिसके कारण योगिता ने तीन दिन पूर्व आत्महत्या की है, ऐसा स्पष्ट हुआ है. पुलिस ने फिलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज कर आगे की तहकीकात शुरु की है.
मां मुझे बाहों में भर ले
अकेलेपन से परेशान हो चुकी योगिता ने मृत्यु पूर्व उसकी स्वर्गीय मां के नाम सुसाईड नोट लिखा था. भावनाओं से भरे उस पत्र में योगिता ने लिखा कि, मां मुझे तेरे पास आना है, मुझे तेरी बाहों में भर ले, मुझे तेरे दुलार की जरुरत है, मुझे तेरे आंचल में समा जाने दे, इस तरह अच्छे-अच्छों के दिल दहला देने वाला भावनाओं से भरा जिंदगी का अंतिम पत्र योगिता ने उसकी मां के नाम लिखा.