संगीतमय श्रीकृष्ण कथा प्रवचन समारोह का भव्य आयोजन
कर्तव्य सेलिब्रेशन सभागृह में महानुभाव संप्रदाय, साहित्यकारों की उपस्थिति
अमरावती/दि.7- महानुभाव पंथ के ज्येष्ठ साहित्यिक, कीर्तनकार, महानुभाव तत्वज्ञान के अभ्यासक, ज्ञानोबा तुकोबा पुरस्कार प्राप्त प. पू. आचार्य बाभूलगांवकर बाबा शास्त्री महानुभाव (करमाड) की अमृत वाणी में संगीतमय श्रीकृष्ण कथा प्रवचन माला श्रवण का भाविकों ने लाभ लिया. अधिक मास के पावन पर्व पर इस प्रवचन माला का आयोजन किया गया. श्रवण की गई इस कथा से अनेक बातों को यदि हमने आचरण में लाया तो निश्चित ही मनःशांति मिलेगी. विश्व में जो अदभूत शक्ति है, उस शक्ति के बल पर आराधना-उपासना के माध्यम से मानवी जीवन सुखमय होता है. सभी लोग आज मनःशांति की खोज में रहते स्वयंनियंत्रण व सदाचार से ही इस मनःशांति की प्राप्ति होती है. ऐसा प्रतिपादन विधायक सुलभा खोडके ने संगीतमय श्रीकृष्ण कथा प्रवचन समारोह के समापन अवसर पर किया.
रविवार 6 अगस्त को वलगांव से नवसारी रोड पर स्थित कर्तव्य सेलिब्रेशन सभागृह में राऊल माय ः राऊल बापू पारायण मंडल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रही थी. इस समय आचार्य बाभूलगावकर बाबा, प.पू. पुरुषोत्तमदादा कारंजेकर उर्फ प्रा. नागपुरे, ज्येष्ठ साहित्यकार सतीश मानकर, वसंत निंभोरकर, प.पू. डॉ. सोनपेठकर बाबा, आचार्य हरिभाऊ वेरुलकर गुरुजी, दिगंबर मुनी अंकुलनेरकर, पूर्व नगरसेवक मंजूषी महल्ले, प्रशांत महल्ले आदि मंचासीन थे. इस समय मान्यवरों के हाथों दीप प्रज्वलन किया गया. कार्यक्रम में आचार्य बाभूलगावकर बाबा का प्रकाश तेलखेडे. दिलीप भुजाडे, सुधाकर तेटू व महानुभाव संप्रदाय में कार्यरत अमरावती वासनिक सेवा मंडल के सभी पदाधिकारी व सदस्यों के हस्ते सत्कार किया गया. साथ ही विधायक सुलभा खोडके का मुक्ता तेलखडे, पल्लवी तेलखडे, शोभा देशमुख, नम्रता इंगोले, रेखा बारबुद्धे, प्रतिभा भुगुल व महिला मंडल की ओर से सत्कार किया गया.
इस अवसर पर विधायक सुलभा खोडके व मान्यवर प्रभूतियों के हस्ते महानुभाव संप्रदाय में कार्यरत ज्येष्ठ व नवोदित साहित्यकारों की पुस्तकों का विमोचन किया गया. इस अवसर पर राऊल माया ः राऊल बाप पारायण मंडल के सभी सदस्य व पदाधिकारी, सभी महानुभाव मंडली व साहित्य क्षेत्र में कार्यरत मान्यवर प्रमुख रुप से उपस्थित थे. संचालन व आभार प्रदर्शन डॉ. संदीप जुनघरे ने किया.