अमरावतीमहाराष्ट्र

धामणगांव से 700 तीर्थ यात्रियों का जत्था अयोध्या रवाना

मुख्यमंत्री तीर्थस्थल दर्शन योजना

* ‘जय श्री राम..’ के नारे से गूंजा रेलवे स्टेशन परिसर
* सहायक आयुक्त मंगला मून ने ट्रेन को दिखाई हरी झंडी
धामणगांव रेलवे/ दि. 13-राज्य सरकार की महत्वकांक्षी मुख्यमंत्री तीथस्थल दर्शन योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए नि:शुल्क तीर्थ स्थलों की यात्रा शुरू की गई है. इस योजना के तहत पहले चरण में यवतमाल जिले के 742 तीर्थयात्री व 58 सहायक इस प्रकार से 800 तीर्थयात्रियों ने धामणगांव रेलवे स्टेशन से श्रीराम मंदिर अयोध्या दर्शन के लिए पंजीयन करवाया था. इनमें से 700 तीर्थयात्रियों का जत्था स्थानीय रेलवे स्थानक से अयोध्या में भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए रवाना हुआ.
भारत गौरव नाम से अयोध्या के लिए प्रस्थान की इस ट्रेन को यात्रा व्यवस्था प्रमुख व यवतमाल जिले की समाज कल्याण सहायक आयुक्त मंगला मून ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर सलाहगार समिति सदस्य कमल छांगाणी, अर्चना राउत, रेलवे स्थानक प्रबंधक मुदलीयार, आरपीएफ इन्स्पेक्टर यशोदा यादव, उप निरीक्षक एच.एल. मीना, गजानन जाधव, राजेश औतकर, दत्तापुर थाना प्रभारी गिरीश ताथोड, कमर्शियल इन्स्पेक्टर दीपक साहू, लायंस क्लब के चेतन कोठारी, विलास बुटले सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे. यात्रा के ट्रेन चालक आनंद यादव हजारीलाल और करीम भाई का पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया गया. तीर्थयात्रियों की यह ट्रेन दोपहर 1.43 बजे रवाना हुई. इस ट्रेन में 5 एसी कोच, 7 स्लीपर कोच और व्यवस्थापन के लिए दो अतिरिक्त डिब्बे लगाये गये हैं. ट्रेन में कुल 14 डिब्बे हैं. यह ट्रेन 16 मार्च को वापस लौटेगी.
अयोध्या जाने वाले वरिष्ठ नागरिक बुधवार की सुबह से ही धामणगांव रेलवे स्टेशन पर उपस्थित थे. पहले चरण का धामणगांव शहर से शुभारंभ होकर अयोध्या का पहले तीर्थस्थल के रूप में चयन किया गया. इस योजना में देश के कुल 73 व महाराष्ट्र के 66 तीर्थक्षेत्रों का समावेश किया गया है. इस योजना के अंतर्गत तीर्थयात्रियों के लिए नि:शुल्क पानी, चाय, व भोजन की व्यवस्था की गई है.

रेल्वे स्टेशन पर अयोध्या नगरी की अनुभूति
धामणगांव रेल्वे स्टेशन परिसर जय श्रीराम के उद्घोष और सर्वत्र भगवामय वातावरण से अयोध्यानगरी की अनुभूति हो रही थी. इस तीर्थयात्रा में यवतमाल और कलंब तहसील के प्रत्येकी 108 वरिष्ठ नागरिकों का समावेश है. तथा नेर तहसील 58, दारव्हा 9, बाभूलगांव 41, दिग्रस 86, पुसद 40, उमरखेड 93, महागांव 57, आर्णी 25, घाटंजी 113, रालेगांव 51, पांढरकवडा 15, वणी 2 इनमें से 700 वरिष्ठों का समावेश है. इन वरिष्ठ भक्तों के साथ सहायक के रूप में 58 सहयोगी भी रवाना हुए है.

 

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