मजबूर महिला ने दूसरे का सौंपा अपना बच्चा
हिन्दुत्ववादी संगठन ने वायरल किया वीडियो

एक महिला को दो बच्चों के पोषण के लिए तीसरे शिशु का सौदा करना पडा
अमरावती/ दि. 17– पेट भरने के लिए आदिवासी नागरिक महानगरों सहित देश के अन्य राज्यों में भटकते रहते हैं. रोजगार के लिए इधर- उधर भटकते समय उनका आर्थिक शोषण भी होता है. कई बार तो अनेक युवक की मौत हो जाती है. परंतु धारणी के नजदीकी देडतलाई (एमपी) मेें धारणी तहसील निवासी 3 बच्चों की माता ने 2 बडे बच्चों का पालन पोषण करने के लिए कोख में मौजूद तीन माह के शिशु का सौदा करने की घटना प्रकाश में आयी है. जिससे खलबली मची हुई है. खकनार पुलिस ने तुरंत शिशु को खोजकर सुरक्षित स्थान पर रखा है, ऐसी जानकारी है.
धारणी तहसील की सीमा पर स्थित देडतलाई बुरहानपुर में 15 जून को आठवडी बाजार था. धारणी शहर के नजदीकी एक गांव की निराश्रित महिला अपने 3 बच्चों को लेकर देडतलाई बाजार में काम की खोज में और भोजन की खोज में पहुंची हुई थी. महिला ने वहां पर होटलों में और ढाबे पर बर्तन धोने का काम अथवा साफ सफाई करने का काम मांगा. परंतु उसे किसी ने भी उसे काम पर नहीं रखा. इधर बच्चों को भूख लग रही थी. महिला पर 4-5 लोगों ने नजर रखकर उसके साथ अकेले में बात की. तेरा छोटा बच्चा हमको गोद दे दे. हम 10 हजार रूपए नकदी देते हैं, ऐसा कहकर उसे पैसों का लालच दिया. इसी दौरान उसी स्थान पर एक बुरखाधारी महिला भी पहुंच गई थी. इस सौदे का वीडियो हिंदुत्ववादी संगठन के कार्यकर्ता बना रहे थे. परंतु खरीदी करनेवालों को वह समझ में नहीं आया. 10 हजार रूपए लेकर 3 माह के सुंदर शिशु को परायों के हवाले कर शेष 2 बच्चों का पेट भरा गया. जानकारी के अनुसार 3 बच्चों की माता यह महिला धारणी भाग में ही रहती है. पति ने उसे घर से निकाल दिया था. मायके वापस लौटने पर उसकी मां ने भी उसे रखने से इंकार किया. इसलिए वह तीन बच्चों को रविवार को देडतलाई के आठवडी बाजार में काम की खोज में पहुंचने पर ऐसी दुर्देवी घटना हुई.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही हिंदू संगठनों ने पुलिस को जानकारी देकर बुलाया. खकनार के थानेदार अभिषेक जाधव ने तत्काल कार्रवाई व जांच शुरू कर शिशु को अपने ताबे में ले लिया. परंतु बुरकाधारी (नकाबपोश) महिला सहित 3-4 आरोपी फरार हो गये. जानकारी के अनुसार इस पूरी घटना के सूत्रधार थे कलीम व इम्तियाज उनकी खोज शुरू है. दोनों आरोपियों का अपराधिक इतिहास है, ऐसा पता चला है. हमारे संवाददाता रवि नवलाखे ने इस संदर्भ मेें थानेदार अभिषेक जाधव से पूछने पर उन्होंने जल्द ही आरोपियों को पकडा जाएगा. ऐसा कहते हुए माता और उसके बच्चे सुरक्षित स्थान पर है, ऐसा कहा. इस घटना की वजह से मेलघाट में खलबली मची हुई है. धारणी तहसील में मनरेगा का काम तथा महिला व बाल विकास यंत्रणा पर सवालिया निशान बना हुआ है. एक महिला को पेट पालने के लिए अपने 3 माह के शिशु का सौदा करना पडा. इससे बडा दुर्दैव कौनसा है ? इस घटना से मेलघाट में खलबली मची हुई है.