अमरावती

जिले के जल संचय में भारी कमी

तापमान के कारण पानी की बढ़ती मांग का परिणाम

अमरावती/दि.23– खेती के अलावा पेय जलापूर्ति, कड़ी धूप के कारण होने वाले वाष्पीकरण के कारण जिले के बड़े प्रकल्पों सहित मध्यम और लघु प्रकल्प के जलस्तर में भारी कमी आयी है. वर्तमान में केवल 38.47 प्रतिशत ही जलसंग्रहण शेष रहा है. इसमें मानसून यदि देरी से आया तो प्रशासन सहित किसानों की चिंता बढ़ने की संभावना है.
खरीफ सत्र मुहाने पर है. कृषि काम जोरशोर से जारी है. वर्तमान में किसानों को बारिश की प्रतीक्षा है. जिले में अप्परवर्धा यह बड़ा प्रकल्प है. इस बांध में 259.61 दलघमी जल संग्रहित है यानि 46.03 प्रतिशत जल संग्रहित है. जिले में शहानूर, चंद्रभागा, पूर्णा, तपन, पंढरी, गडका और बोर्डीनाला यह मध्यम प्रकल्प है. इसमें 90.93 दलघमी जल संग्रहित है. साथ ही 46 लघु प्रकल्पों में 67.66 दलघमी पानी उपलब्ध है. इस कारण जिले के सभी 54 प्रकल्पों में 418.20 दलघमी यानि 38.48 प्रतिशत जल संग्रहित है. वर्तमान में जिले में तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है. इस कारण जिले के मेलघाट में कुछ स्थानों पर कृत्रिम जल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है. जिला परिषद ने यहां टैंकर से जलापूर्ति शुरु की है. लेकिन दूषित जल पीना पड़ रहा है, ऐसा ग्रामवासियों का कहना है.

भीषण जल किल्लत
मेलघाट के खड़ीमल गांव में भीषण जल किल्लत है. गांव के पास के कुएं का पानी दस दिन पूर्व ही कम हो गया है. कुएं सुखने से ढाई से तीन किलोमीटर दूरी पर नागरिकों को पैदल जाना पड़ रहा है. 45 डिग्री तापमान रहते महिलाएं पानी के लिए दर-दर भटक रही है. इस गांव में वर्तमान में तीन टैंकर से जलापूर्ति की जा रही है. लेकिन घर-घर तक पानी पहुंचाने और एक वर्ष इंतजार करना पड़ेगा.

जिले के प्रकल्पों की स्थिति
बांधों में जल (दलघमी) प्रतिशत
अप्परवर्धा 259.61, 6.03 प्रतिशत
शहानूर 20.31, 44.11 प्रतिशत
चंद्रभागा 24.87, 60.29 प्रतिशत
पूर्णा 10.66, 30.15 प्रतिशत
सपन 19.81, 51.32 प्रतिशत
पंढरी 13.45, 23.84 प्रतिशत
गर्गा 0.000.00
बोर्डी 1.83, 3.07 प्रतिशत
कुल 418.20, 38.48 प्रतिशत

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