अमरावतीमहाराष्ट्र

चिखलदरा के लवादा गांव में लगी भीषण आग

दमकल विभाग की लेटलतिफी के कारण आदिवासियों ने घर से पानी लाकर बुझाई आग

चिखलदरा/दि.7– ग्रीष्मकाल शुरु होते ही मेलघाट के विभिन्न इलाकों में आगजनी की घटनाओं से प्रशासन की चिंता बढ गई है. धारणी सोरल प्रोजेक्ट सहित चाकर्दा गांव मेें लगी आग का मामला अभी शांत हुआ भी नहीं था कि, चिखलदरा तहसील के लवादा गांव में गुरुवार 6 मार्च को दोपहर के समय एक आदिवासी के घर में आग लग गई. इस घटना के बाद चिखलदरा नगरपालिका का दमकल दल आधा घंटा देरी से पहुंचा. इस कारण आदिवासियों ने अपने घरों से पानी लाकर इस आग को काबू में किया.
लवादा गांव निवासी दत्तु येवले (55) नामक व्यक्ति गुरुवार को दोपहर 3 बजे अपने पालतू पशुओं के लिए चारा लाने के लिए पास के गांव में गये थे, तब अचानक उनके घर को आग लग गई. इस घटना से गांव में हडकंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही दत्तु येवले तत्काल अपने घर पहुंचे. गांव के कुछ लोगों ने चिखलदरा अग्निशमन विभाग को सूचना दी. हालांकि काफी देर बाद भी जब दमकल नहीं पहुंची, तो ग्रामीण अपने घरों से छोटे-बडे बर्तनों मेें पानी भरकर लाए और उससे आग बुझाई. अन्यथा इस आग की चपेट में गांव के आधे से अधिक घर आ गए होते और बडे पैमाने आर्थिक हानि और जनहानि होने की संभावना थी. इस आग में दत्तुजी येवले का लगभग 30 से 40 हजार रुपए का नुकसान होने का अनुमान है. आधे घंटे की देरी से ही सही लेकिन अग्निशमन के दल ने घटनास्थल पर पहुंचकर आग को काबू में पाया. अनुमान लगाया जा रहा है कि, दत्तू येवले के घर के उपर से जा रहे बिजली के तार शार्ट सर्किट होने के कारण चिंगारी गिरने की वजह से आग लगी हो. इस अनुमान के चलते चिखलदरा के तहसीलदार जीवन मोराणकर ने तत्काल संबंधित पटवारी को दत्तू येवले के घर में लगी आग का पंचनामा करने का आदेश दिया. वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों ने गर्मी बढते देख आग पर नियंत्रण पाने के लिए अग्निशमन दल के वाहन चालक के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती किए जाने की मांग नप मुख्याधिकारी से की है.

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