जिले में भारी मात्रा में बांग्लादेशी रोहिंग्या की घुसपैठ
फर्जी कागजात पर हासिल किये प्रमाणपत्र
* बीजेपी नेता सोमैया का आरोप
* कलेक्टर ने लगाई प्रक्रिया पर रोक
* सघन जांच अन्यथा सर्टीफिकेट रद्द करने की मांग
अमरावती /दि.13- भारतीय जनता पार्टी के भूतपूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आज दोपहर आरोप किया कि, अमरावती जिले में भारी संख्या में बांग्लादेशी रोहिंग्या की घुसपैठ वोट जिहाद-2 के तहत करवाई जा रही है. इसीलिए उन्होंने तत्परता से इस भयंकर साजिश का खुलासा किया. सर्किट हाउस पर पत्रकार परिषद में सोमैया ने सभी सवालों के उत्तर दिये. उन्होंने आरोपों को कडा करते हुए कहा कि, अमरावती और मालेगांव को टारगेट रखकर बांग्लादेशी रोहिंग्या की फर्जी कागजात के आधार पर घुसपैठ करवाई गई. इसमें समाज विशेष के कई नेता और बांग्लादेशी एजेंट की मिलीभगत होने का आरोप भी बीजेपी के मुंबई के बडे नेता ने किया.
* 95 प्रतिशत का यहां कोई नहीं
सोमैया ने मीडिया के प्रश्नों के उत्तर में आंकडे देते हुए दावा किया कि, अधिकांश बल्कि 95 प्रतिशत मामलों में जो सर्टीफिकेट जारी किये गये उनमें किसी के भी रिश्तेदार अथवा करीबी का जन्म अमरावती में नहीं हुआ है, जिससे स्पष्ट है कि, बहुत बडी साजिश के तहत यह सब किया जा रहा है.
* अंजनगांव में 1484 आवेदन
दो बार लोकसभा सदस्य रहे किरीट सोमैया ने अमरावती जिले में 14643 प्रमाणपत्र आवेदन प्राप्त होने की जानकारी देते हुए बताया कि, इसमें से 8350 प्रमाणपत्र जारी कर दिये गये. जबकि बाकी 6144 आवेदन अभी प्रोसेस में है. अंजनगांव में 1484 आवेदन प्राप्त हुए और अधिकांश के प्रमाणपत्र जारी कर दिये गये. उन्होंने आरोप लगाया कि, जारी प्रमाणपत्र में ऐेसे 95 प्रतिशत मामले है, जिनके स्थानीय निवासी के अमरावती में जन्म लेने का ही कोई प्रमाण पेश नहीं किया गया.
* कलेक्टर ने लगाई रोक
सीए किरीट सोमैया ने दावा किया कि, उन्होंने आज अंजनगांव और अमरावती के तहसीलदार से इस बारे में गंभीर चर्चा की. मामला संगीन होने से वे यह विषय लेकर कलेक्टर सौरभ कटियार से भी मिले. कटियार ने प्रोसेस के आवेदनों पर आगे कार्यवाही रोक देने का दावा सोमैया ने किया. उन्होंने कहा कि, अमरावती मनपा में 4638 आवेदन प्राप्त हुए थे. जिन पर 2896 जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिये. जबकि 1700 अर्जियां अभी प्रोसेस में होने की बात कही गई.
* सभी की हो गहन पडताल
किरीट सोमैया ने मांग उठाई कि, सभी जारी प्रमाणपत्र में प्रस्तुत दस्तावेजों और सबूतों की कडी पडताल होनी चाहिए. उन्होंने अचरज जताया कि, एक भी आवेदन रिजेक्ट नहीं किया गया. जबकि 569 मामलों में देखा गया कि, उनके परिवार के किसी सदस्य का जन्म यहां नहीं हुआ है. फिर किस आधार पर धडाधड जन्म प्रमाणपत्र जारी कर दिये गये? यह प्रश्न सोमैया ने उठाया.
* गठित होगी एसआईटी
जब उनसे पूछा गया कि, आपकी ही पार्टी की सरकार है, फिर भी इस प्रकार का भयंकर गडबड झाला और घुसपैठ कैसे हो गई. तब सोमैया ने कहा कि, उन्होंने ही भारी मात्रा में जन्म प्रमाणपत्र जारी होने का पता चलते ही विषय उठाया. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने संपूर्ण प्रक्रिया पर रोक लगाकर जांच के लिए विशेष जांच दल गठित करने की घोषणा कर दी है. यह बहुत बडा षडयंत्र होने का आरोप दोहराते हुए सोमैया ने कहा कि, अत्यंत चिंता की बात है. डुप्लीकेट कागजात पहुंचाने में कुछ स्थानीय मुस्लिम नेता और बांग्लादेशी एजेंट की मिलीभगत होने का गंभीर आरोप बीजेपी के सांसद रहे सोमैया ने किया. इस समय उनके साथ जिलाध्यक्ष और सांसद डॉ. अनिल बोंडे, किरण पातुरकर, सतीश करेसिया, जयंत आमले, अभिनव वानखडे आदि उपस्थित थे.