अमरावतीमहाराष्ट्र

संत शिरोमणि सीताराम बाबा के दर्शन हेतु भक्तों का लगा तांता

ब्रह्ममुहूर्त में शुरु हुई पूजा-अर्चना

* संगीतमय सुंदरकाण्ड सहित विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम
अमरावती/दि.22– बालाजी प्लॉट स्थित संत शिरोमणि सीतारामबाबा के मंदिर में रविवार की सुबह से ही भक्तों का दर्शन के लिए तांता लग गया था. इस दिन से ऋतु परिवर्तन भी होता है. इस दिन वायु की परीक्षा करके आने वाली फसलों का अनुमान किया जाता है. इस दिन शिष्य अपने गुरु की विशेष पूजा करता है. यथाशक्ति दक्षिणा, पुष्प, वस्त्र आदि भेंट करता है. शिष्य इस दिन अपने सारे अवगुणों को गुरु को अर्पित कर देता है. सीतारामबाबा मंदिर के महंत मनमोहनदास महाराज तथा पंडित पप्पू शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि, मंदिर में तडके 5 बजे से बाबा की पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी.
इस अवसर पर विजय खंडेलवाल, हरी खत्री, सत्यनारायण यादव, अजय गाड़े, नारायण मालाणी, सुखदेव तरड़ेजा, शिव मालाणी, पदम देवडा, अशोक लोहिया, सुनील तरडेजा, दिलीप दादलाणी, मंगल दादलाणी, जयंत मिलके, पंकज मिलके, उमेश पनपालिया, जुगल टावरी, रवि कावता, लकी दादलाणी, गिरीश मेहता, विक्की लहेजा, लक्ष्मीकांत झंवर, विनय जामनकर, सचिन जावरकर, शीतल जावरकर, कीर्ति दादलाणी, मयूर दादलाणी, श्रीकांत झंवर, प्रकाश बख्तार, जगदीश लड्ढा, पराग लड्ढा, गोपाल राठी, श्रीगोपाल राठी, बादल खत्री, चंद्रकांत कलोती, रोहित कलोती, प्रल्हाद कलोती, प्रमोद देशमुख, दीपक आयदे, सत्यनारायण यादव सहित शहर तथा परिसर के नागरिक तथा भक्त बडी संख्या में उपस्थित थे.
पूर्णिमा तिथि की शुरूआत 20 जुलाई यानी शनिवार शाम 5.59 मिनट पर हुई. उदयतिथि के अनुसार गुरुपूर्णिमा रविवार, 21 जुलाई को मनाई जा रही है. शनिवार, 20 जुलाई से पूर्णिमा तिथि के प्रारंभ होने की वजह से मंदिर में शनिवार रात 8 बजे से बाबा का दुग्धाभिषेक किया गया. पंडितों के मंत्रोच्चारण के बीच संपूर्ण विधिपूर्ण की गई. रात 8.30 बजे से महेश रामायण मंडल द्वारा संगीतमय सुंदरकाण्ड बाबा के चरणों में प्रस्तुत किया गया. रविवार को मंदिर में दोपहर 4 बजे से लक्कीभाई दादलाणी की संगत संध्या का आयोजन हुआ. इस अवसर पर भक्तों ने बाबा के चरणों में भक्तिमय गीतसंगीत प्रस्तुत किए. इस अवसर पर मंदिर के महंत मनमोहनदास महाराज, पप्पू शर्मा प्रमुखता से उपस्थित थे.
* तडके हुआ स्नान दान
पूर्णिमा के दिन स्नान हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में ही किया जाता है. स्नान दान का समय रविवार सुबह 4.13 मिनट पर शुरू हुआ और सुबह 4.50 मिनट पर खत्म हुआ. वहीं, पूजन के अगले मुहूर्त दोपहर 12.01 मिनट से दोपहर 12.55 मिनट तक आरती व पूजन हुआ. साथ ही संध्या पूजन का समय शाम 7.24 मिनट से लेकर रात 8.25 मिनट तक था. इस बीच मंदिर में दोपहर 4 बजे से भजन संध्या शुरू हो गई थी.

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