* क्रिकेटर जीतेश शर्मा अमरावती मंडल से रुबरु
अमरावती/दि.14- भारतीय क्रिकेट टीम में स्थान बनाने वाले अमरावती के युवा खिलाडी जीतेश शर्मा ने आज कहा कि, क्रिकेट की प्रतिभाओं की अमरावती में भी कमी नहीं है. इन प्रतिभाओं को तराशने की आवश्यकता हैं. इसके लिए बेहतरीन बुनियादी सुविधाएं देनी होगी. अमरावती में मैदानों और खेल सुविधाओं के साथ-साथ कडी स्पर्धा को देखते हुए विकेट्स भी बनाने पडेंगे तब जाकर यहां की प्रतिभाओं को नए जमाने के खेल में छाप छोडने लायक बनाया जा सकेगा. शर्मा ने आज दोपहर अमरावती मंडल से फोन पर बातचीत की. जीतेश फिलहाल नागपुर वीसीए में अभ्यास कर रहे हैं. भारतीय दल में विकेट कीपर और तेज तर्रार बल्लेबाज के तौर पर जीतेश को लिया गया हैं. पिछली बार लंका के विरुद्ध अपने जीतेश को अवसर नहीं मिलने का मलाल अनेक खेल प्रेमियों ने चर्चा दौरान व्यक्त किया था.
उल्लेखनीय है कि जीतेश शर्मा के अमरावती जैसे छोटे शहर के रहने के बावजूद अपनी प्रतिभा, लगन, मेहनत के बल पर आयपीएल और राष्ट्रीय क्रिकेट टीम में स्थान बनाने के समाचारों को अमरावती मंडल ने समय-समय पर प्रमुखता से स्थान दिया. इसका जीतेश को बातचीत दौरान सहर्ष उल्लेख किया. यह भी याद दिला दें कि दीपावली विशेषांक में अमरावती के दीपस्तंभ में जीतेश को स्थान मिला था.
* प्रतिभा भरपूर, सुविधाएं देना आवश्यक
जीतेश ने अपनी सफलता के लिए वीसीए का योगदान सबसे महत्वपूर्ण बतलाया. गत दशकभर से नागपुर स्थित वीसीए स्टेडियम में निवासी अकादमी में रह रहे और अपनी प्रतिभा को दिनोंदिन निखार रहे जीतेश ने कहा कि, अमरावती में और भी कई खिलाडी टेलेंटेड हैं. उन्हें भी तराशे जाने की आवश्यकता हैं. बेहतर सुविधाएं देकर खिलाडी तैयार होने चाहिए. अमरावती में बहुत अधिक खेल सुविधाएं नहीं होने से प्रतिभाएं निखर नहीं पाती.
* मानसिक रुप से तैयार करना
जीतेश ने कहा कि, खेल बहुत बदल गया है. बेहत कडी स्पर्धा हैं. आने वाले वर्षो में और भी बदलाव होनेवाले हैं. उस दृष्टि से खिलाडी को मानसिक रुप से तैयार करना भी महत्वपूर्ण रहता है. वें कहना चाहेंगे कि अकादमी का युवा प्रतिभा को लाभ ही होता है. अकादमी में रणजी और राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले खेल चुके खिलाडी नए लडकों को अपने अनुभव से काफी कुछ बता सकते हैं. यही उन्हें बहुत आगे ले जाता हैं. दौर को देखते हुए खिलाडी को भी अपग्रेड रहना होता है.
* वीसीए में सुविधाएं, शानदार कोच
खिलाडी की प्रतिभा को निखारने और उसे आगे बढाने में प्रशिक्षक का रोल महत्वपूर्ण रहता हैं. जीतेश ने यह भी कहा कि, वीसीए अर्थाव विदर्भ क्रिकेट असो. ने बेहतरीन सुविधाएं और कोचेस उपलब्ध करवाए जिसके कारण हाल के वर्षो में विदर्भ के खिलाडियों का प्रदर्शन में गुणात्मक सुधार आया तथा रणजी ट्रॉफी और अन्य खिताब वह जीतने में सफल रही.
* कडी मेहनत, व्यस्त रुटीन
जीतेश के अनुसार वीसीए के प्रशिक्षक अपने प्लेयर्स को हर समय तैयार रहने कहते हैं. इसके लिए कडी मेहनत लेते हैं. छह घंटे मैदान पर फिटनेस और अपने बल्लेबाजी एवं कीपिंग तथा अन्य के लिए देने पडते हैं. वीसीए डायट का भी भरपूर ध्यान रखता हैं. सुविधाओं से युक्त कमरे वीसीए ने उपलब्ध करवाएं हैं.
* मैच के बाद आइसबाथ
आयपीएल के इस सीजन में भी पंजाब से खेलने तैयार जीतेश ने बताया कि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तरोताजा, फीट रहना आवश्यक हैं. इसके लिए मैच के तुरंत बाद आइसबाथ लेना होता है जिससे अगले मैच से पहले खिलाडी तरोताजा हो जाता हैं.
* अमरावती के जाजू, पारवानी टैलेंटेड
जीतेश ने पूछने पर बताया कि, अमरावती में क्रिकेट की कई प्रतिभाएं राष्ट्रीयस्तर पर चमक सकती है. दिशा कासट और भारती फूलमाली विदर्भ महिला टीम में कप्तान और उपकप्तान हैं. ऐसे ही बाए हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश पारवानी एवं बढिया बल्लेबाज वेदांत जाजू है और भी कई खिलाडी है जो सुविधाओं और बेहतर कोचिंग से राष्ट्रीयस्तर पर नाम कमा सकते हैं.