* सर्वाधिक 99 मौतें हुई डेंग्यू से
अमरावती/दि.9- यद्यपि किसी मच्छर का काटना या डंक मारना अपने आप में बेहद छोटी व बहुत आम बात है. किंतु इससे कभी-कभी काफी बडा खतरा पैदा हो सकता है और मच्छर काटने से होनेवाली बीमारियों का यदि समय पर इलाज नहीं हुआ, तो जान भी जा सकती है. विगत तीन वर्षों के दौरान राज्य में 76 हजार 945 लोगों को कीटकजन्य बीमारियों ने अपनी चपेट में लिया. जिसमें से 76 हजार 819 मरीज तो ठीक हो गये. किंतु 126 मरीजों की ऐसे संक्रमण की वजह से मौत हो गयी. जिसमें सर्वाधिक 99 मौतें डेंग्यू के संक्रमण की वजह से हुई है.
* 30,965 नागरिकों को डेंग्यू का दंश
वर्ष 2019, 2020 तथा 2021 के दौरान मलेरिया ने 41 हजार 73 नागरिकों को जकडा. जिसमें से 27 मरीजों की मौत हुई. वहीं इन तीन वर्षों के दौरान 30 हजार 965 नागरिक डेंग्यू संक्रमण की चपेट में आये. जिसमें से 99 मरीजों की मौत हुई. इसके अलावा 4 हजार 907 नागरिकों को चिकनगुनिया हुआ. हालांकि इस बीमारी से संक्रमित सभी मरीज ठीक हो गये.
* ऐसे है बीमारी के लक्षण
कीटकजन्य बीमारी होने पर ठंडी लगकर बुखार आता है. साथ ही सिरदर्द व बदनदर्द की शिकायत शुरू होती है. इसके अलावा शरीर में प्लेटलेट कम होने लगते है. इस तरह के लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टरी सलाह ली जानी चाहिए. क्योंकि इलाज में होनेवाला विलंब कई बार घातक भी साबित होता है. यद्यपि गरमी के मौसम में इस बीमारी की कोई खास तीव्रता नहीं होती. किंतू इसके बावजूद तमाम आवश्यक सावधानियां बरती जानी चाहिए.
* कचरे के ढेर और गंदगी में पनपते है घातक मच्छर व विषाणु
गंदे जल से भरे गटर व गंदगी से सराबोर नालियों सहित जगह-जगह लगे कचरे व गंदगी के ढेर की वजह से मलेरिया, डेंग्यु व चिकनगुनिया फैलानेवाले मच्छरों सहित विभिन्न बीमारियां फैलानेवाले जीवाणु व विषाणु पनपते है. ऐसे में सभी क्षेत्रों में नियमित तौर पर साफ-सफाई होना बेहद जरूरी है. हालांकि इन दिनों साफ-सफाई सहित इलाज व चिकित्सा को लेकर लोगोें में काफी हद तक जनजागृति आ गई है. जिसके चलते विभिन्न बीमारियों की चपेट में आनेवाले लोग जल्द ही ठीक भी हो जाते है. किंतु बावजूद इसके संक्रमण की स्थिति को टालने हेतु पहले से ही तमाम आवश्यक उपाय किये जाने चाहिए.
बॉक्स सेम सेटिंग
तीन वर्षों की मरीज संख्या व मौतें
बीमारी संक्रमित मौतें
मलेरिया 41,073 27
डेंग्यू 30,965 99
चिकनगुनिया 4,907 00