अमरावतीमहाराष्ट्र

तपोवन के विकास का नया दौर, राज्य से जुटे हजारों हाथ

अनामप्रेम मित्रमंडली ने संस्था को दी ‘इको-कार’

अमरावती/दि.15– तपोवन के संस्थापक डॉ. शिवाजीराव उपाख्य दाजीसाहेब पटवर्धन के सानिध्य में काम करने वाले प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई ने संस्था के विकास के लिए समर्पित रूप से काम किया और दाजीसाहेब के विचारों की विरासत आज भी बरकरार जारी रखी. ऐसे व्यक्तित्व के धनी डॉ. गवई को सर्वसम्मति से तपोवन संस्था के अध्यक्षरूप में विकास का जिम्मा सौंपा गया. अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालते हुए डॉ. सुभाष गवई ने कहा था कि, संस्था के सर्वांगीण विकास के लिए राजाश्रय की नहीं बल्कि लोकाश्रय की आवश्यकता है और उन्होंने दाजीसाहब के कर्तृत्व और विचारो से समाज के सामाजिक दायित्व की प्रेरणा दी. आज उस मेहनत का फल तपोवन संस्था को मिल रहा है. हाल ही में, मुंबई-गोवा के अनाम प्रेम मित्रमंडली ने तपोवन संगठन का दौरा करके तपोवन के विकास के लिए 7 लाख रुपये की एक इको कार उपहार में देकर संस्था के विकास का एक नया दौर’ शुरू किया है. इस महत्वपूर्ण सहयोग के माध्यम से, 1957 में प्रदर्शित फिल्म नया दौर की सुप्रसिद्ध गीत साथी हाथ बढ़ाना ने एक बार फिर समाज को सामाजिक प्रतिबद्धता विकसित करने के लिए प्रेरित किया है.
डॉ. शिवाजीराव पटवर्धन के विदर्भ महारोगी सेवा मंडल, तपोवन संस्था ने पिछले कुछ महीनों में कारोबार में वृद्धि बढ़ी है और इसके संचालन के लिए वाहनों की तत्काल आवश्यकता थी. दिलचस्प बात यह है कि, सद्गुरु श्री अडानेश्वर महाराज, दादाजी का तपोवन को सहवास मिला था . उनके भक्त तपोवन संस्था को सद्भावना उपहार देकर सहयोग कर रहे हैं. तपोवन अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई और पूरे महाराष्ट्र में अनाम प्रेम के मित्रो के साथ घनिष्ठ संबंध के कारण और दादाजी की प्रेरणा से, विशेष रूप से मुंबई के दोस्तों ने तपोवन में आदिवासी छात्रों की शैक्षिक फेलोशिप परियोजना के लिए हर महीने दान करने की पहल की है. तपोवन के तेजी से विकास और यहां क्रियान्वित परियोजनाओं के लिए कार की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, मुंबई और गोवा अनाम प्रेम के दोस्तों ने विकास को गति देने के लिए 7 लाख की सुजुकी चार पहिया वाहन भेट दी. वाहन के लोकार्पण मुख्य अतिथि तपोवन नियामक समिति के सदस्य जुबिन दोतीवाला, अश्विन आलशी, भीमराव थावरे, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. गोविंद कासट, अनामप्रेम के वरिष्ठ सदस्य मुरलीधर ठाकरे, सुभाष अम्बेकर, कमलाकर कापसे, कल्याणकर, सी. एम. सामंत, जयंती असावरे, अनिल देसाई उपस्थित थे. इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. गवई ने गोवा व मुंबई से आए अनामप्रेम मित्रों को इक्कीस संस्थाओं की पुस्तक दी. स्वागत डॉ. सुभाष गवई ने किया. जबकि मुंबई की जयंतीताई अवसरे और वैशाली कटकड़े को शॉल और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया.

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