जिले में कोविड का एक नया वेरियंट भी पाया गया
दिल्ली की प्रयोगशाला से मिली रिपोर्ट
अमरावती/दि.10- विगत 8-10 दिनों से जहां अमरावती शहर सहित जिलों में कोविड संक्रमितों की संख्या लगातार बढ रही है और ओमिक्रॉन वेरियंट का खतरा भी लगातार बढ रहा है. वहीं गत रोज दिल्ली स्थित प्रयोगशाला से भेजी गई रिपोर्ट में पता चला है कि, अमरावती जिले के एक संक्रमित मरीज ने एक नये तरह के वेरियंट का संक्रमण है. इससे स्थानीय प्रशासन व स्वास्थ्य महकमे में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है. वहीं स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इससे घबराने के बजाय थोडा और अधिक सतर्क रहने की बात कहीं है.
बता दें कि, विगत दिसंबर माह के अंत मेें जिले में कोविड संक्रमित पाये गये 11 मरीजों के सैंपलों को संदेह के आधार पर जांच हेतु दिल्ली स्थित इंस्ट्यूटीट ऑफ जिनॉमिक्स एण्ड बायोलॉजी (आईजीआईबी) के पास जांच हेतु भिजवाया गया था. जिनकी रिपोर्ट कल रविवार 9 जनवरी को प्राप्त हुई है. इस रिपोर्ट के मुताबिक इन 11 में से 5 मरीजों में ओमिक्रॉन तथा 3 मरीजों में डेल्टा वेरियंट का संक्रमण पाया गया. वहीं एक मरीज के सैंपल में एक नये तरह के वेरियंट का संक्रमण रहने की जानकारी सामने आयी. ऐसे में पहली बार एक साथ 5 लोगों के ओमिक्रॉन संक्रमित रहने तथा एक व्यक्ति में किसी नये तरह का वेरियंट रहने की जानकारी सामने आते ही स्थानीय स्तर पर जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए संगाबा अमरावती विवि की कोविड टेस्ट लैब के नोडल अधिकारी प्रा. डॉ. प्रशांत ठाकरे ने बताया कि, दिल्ली भेजे गये 11 सैंपलों में से 2 सैंपलों में किसी अन्य वेरियंट के कोई लक्षण दिखाई नहीं दिये. वहीं 5 सैंपलों में ओमिक्रॉन वेरियंट पाया गया. जिसमें से एक सैंपल में पूरी तरह से ओमिक्रॉन का ही स्ट्रेन था. वहीं 3 सैंपलों में ओमिक्रॉन का ही नये स्वरुप वाला वेरियंट पाया गया और एक सैंपल में ओमिक्रॉन का ही एक बिल्कुल ही नया वेरियंट पाया गया है. इसके अलावा कोविड संक्रमण की दूसरी लहर ला चूका डेल्टा वेरियंट भी 3 सैंपलों में मिला है और एक सैंपल में पाया गया वेरियंट पूरी तरह से नया है, जो अमरावती में पहली बार ही पाया गया है. हालांकि यह बहोत अधिक घातक नहीं है. अत: फिलहाल घबराने की कोई जरुरत नहीं है. किंतु किसी भी वेरियंट की अनदेखी भी नहीं की जानी चाहिए. बल्कि सभी ने पहली की तुलना में काफी अधिक सजग व सतर्क रखना चाहिए.
वहीं इस संदर्भ में संगाबा अमरावती विवि की कोविड टेस्ट लैब की तकनीकी अधिकारी डॉ. नीरज धनवटे ने बताया कि, वैश्विक स्तर पर ग्लोबल इनीसिएटीव ऑफ शेयरिंग एवियन इंफ्ल्यूएंझा डाटा (जीआयएसएआयडी) द्वारा तमाम तरह के वायरस व उनके वेरियंट की जानकारी को संकलित किया जाता है. जिसके आधार पर तय किया जाता है कि, किसी भी तरह के नये लक्षणवाला विषाणू कोई नया वायरस है या फिर किसी वायरस का उत्प्रेरित यानी नया वेरियंट है. अमरावती के एक मरीज में बी.1.606 लक्षणवाले वायरस का संक्रमण पाया गया है. यह कोविड वायरस का एक अलग तरह का वेरियंट है, जो इससे पहले अमरीका, कनाडा व कुछ युरोपीय देशों में भी पाया जा चुका है. इस वायरस का फिलहाल डब्ल्यूएचओ द्वारा अध्ययन किया जा रहा है और इसे कोई नाम नहीं दिया गया है. यह डेल्टाक्रॉन या डेल्मीक्रॉन से पूरी तरह अलग वेरियंट है. इसके बारे में अब यह पता लगाना बेहर जरूरी है कि, संबंधित मरीज इस नये वेरियंट के संक्रमण की चपेट में कैसे और कब आया.