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इस बार कोरोना की वजह से नहीं हुई निलामी की प्रक्रिया
अमरावती – दुर्घटनाग्रस्त, इसी तरह विभिन्न अपराधों में जप्त किये गए वाहन पुलिस थाने में जमा किये जाते है. बरसों तक पडे रहने वाले कबाड वाहनों का पुलिस थानों में ढेर लग गया है. अलग-अलग चरणों में न्यायालय के आदेश पर उन वाहनों की निलामी होती है. मगर पिछले दो वर्षों से निलामी नहीं हुई. इस बार कोरोना की वजह से निलामी थम गई. इसके कारण अब वाहनों पर हरियाली चढने लगी है.
अधिकांश समय दुर्घटनाग्रस्त वाहन पुलिस जप्त कर थानों में लाते है. जप्त वाहन जिस व्यक्ति का है, उसे न्यायालय से सुपूर्दनामा लाने से वापस मिलता है. मगर कुछ मामलों की जांच पूरी होने तक वाहन पुलिस थाने में ही रखा रहता है. कुछ मामलों में बीमा होने के कारण संबंधित व्यक्ति नया वाहन ले लेता है और दुर्घटना में खराब हुआ वाहन पुलिस थाने में ही सडते हुए पडा रहता है. इसी तरह अपराधों में जिस वाहन का उपयोग किया गया, वह वाहन भी अपराध की तहकीकात के दौरान बरामद किया जाता है. इसके बाद वह वाहन संबंधित पुलिस थाने के प्रांगण में रखा जाता है. इन वाहनों की निलामी के लिए पुलिस को अदालत से अनुमति लेना पडता है. इसी तरह उप जिलाधिकारी की नियुक्ति की जाती है. इसके बाद वाहनों की निलामी होती है. मगर न्यायालय की अनुमति के बगैर पुलिस उन वाहनों की निलामी नहीं कर सकती. पुलिस आयुक्त में पिछले कई माहों से वाहनों की निलामी नहीं हुई. इसके कारण बरसो से ऐसे वाहन पुलिस थानों में पडे है. लावारिश अवस्था में पडे वाहनों पर बारिश के पानी की सडन और हरियाली चढने लगी है. अगर वाहनों की निलामी हुई तो कुछ हद तक सरकार की तिजोरी में निधि जमा होती है.