अमरावती विद्यापीठ के प्रस्तावित खरीदी में साढे तीन करोड की कटौती
अमरावती/दि.16– संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ ने इस बार प्रस्तावित साढे छह करोड की खरीदी में साढे तीन करोड की कटौती की गई है. कुलगुरू डॉ. मिलींद बारहाते ने सामान्य निधी में बचत करने के आदेश से स्थापित की गई खरीदी जांच समिति का सत्कार शुक्रवार को किया गया.
विद्यापीठ प्रशासकीय, शैक्षणिक विभाग की पास से उपकरण, कम्प्युटर, जरूरी सामाग्री व फर्नीचर की मांग की गई थी. लगभग साडे छह करोड की यह रकम सामान्य फंड से खर्च की जानी थी. मगर कुलगुरू डॉ. बारहाते ने प्रा. डॉ. सरोदे व प्रा. डॉ. प्रशांत ठाकरे की अध्यक्षता में उपकरण व कम्प्युटर से संबंधित सामान व फर्निचर की आवश्यकता जांच समिति स्थापित की थी. इस समिति ने सभी विभागों के प्रस्ताव की जांच कर रिपोर्ट कुलगुरु को प्रस्तुत की. समिति ने जांच के चलते किए गए शिफारिश के कारण लगभग साडे तीन करोड बचत होगी. समिति के उत्कृष्ठ काम के लिए कुलगुरू डॉ. बारहाते ने समिति अध्यक्ष सहित समिति सदस्य डॉ. के.सी. मोरे, डॉ. एस.डी. पाचपांडे व सचिव विकास विभाग के उपकुलसचिव डॉ. सुलभा पाटील व भांडार विभाग के उपकुलसचिव विक्रांत मालवीय को पुष्पगुच्छ देकर सत्कार किया. इस समय प्र-कुलगुरु डॉ. महेन्द्र ढोरे, कुलसचिव डॉ. अविनाश असनारे आदि उपस्थित थे.
अनुपूरक बजट पर लगेगी कैंची
2024-25 वर्ष के बजट से खरीदी करने के लिए तिजोरी में पैसे न रहने पर अनुपूरक बजट की तैयारी वित्त विभाग ने शुरू की है. जिसके चलते सभी विभाग की अनुपूरक बजट का नियोजन करने के लिए सूचना दी गई है. टेबल पर लैपटॉप व सर के उपर एसी यानी अधिकारी व प्राध्यापिक के लिए चैन है. खर्च कितना भी होने दे. कैबिन पॉश होना चाहिए. यह उद्देश्य रखने वाली निती को सबक सिखाना जरुरी है. विद्यापीठ में हर वर्ष गलत बजट प्रस्तुत होता है. तिजोरी खाली होने पर भी लाखों, करोडो खर्च करने वाले विद्यापीठ व्दारा 2024-25 के बचट में भी घाटा प्रस्तुत किया गया. इस वर्ष के बजट में 81 करोड 60 लाख का घाटा दिखाया गया है.