पीडीएमसी से कठोरा नाके तक जाने वाले नाले पर बनेगी सुरक्षा दीवार
विधायक सुलभा खोडके के प्रयासों से हुई मांग पूरी
* राज्य आपत्ति सौम्यीकरण निधि अंतर्गत मिली 40 करोड के काम को मान्यता
अमरावती/दि.15 – स्थानीय मनपा क्षेत्र अंतर्गत पीडीएमसी परिसर से कठोरा नाका की ओर जाने वाले बडे नाले के दोनों किनारों पर सुरक्षा दीवार बनाने हेतु राज्य आपत्ति व्यवस्थापन योजनांतर्गत 40 करोड रुपयों की निधि से किये जाने वाले काम को मान्यता प्राप्त हुई है. इस काम के संदर्भ में अमरावती के विधायक सुलभा खोडके द्वारा जिला नियोजन समिति की बैठक में बार-बार मुद्दा उपस्थित करते हुए सरकार के साथ भी सतत पत्र व्यवहार किया गया था. जिसके चलते यह बहुप्रतीक्षित मांग अब पूरी होने जा रही है. इस संदर्भ में राज्य के राजस्व एवं वनविभाग (आपत्ति व्यवस्थापन मदद व पुनर्वसन विभाग) ने 14 अक्तूबर को शासन निर्णय जारी कर इस काम हेतु अपनी प्रशासकीय मान्यता प्रदान की है. जिसके लिए विधायक सुलभा खोडके ने राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के प्रति आभार ज्ञापित किया है.
बता दें कि, पीडीएमसी परिसर से निकलने वाला नाला सदिच्छा कालोनी, विनायक नगर, गाडगे नगर, इस्कॉन मंदिर, राठी नगर, श्रीराम नगर, केवल कालोनी, गुणवंतवाडी, उर्वसी नगर व जिजाउ नगर परिसर से होकर गुजरता है और इस नाले के दोनों ओर घनी रिहायशी बस्तियां है. बारिश के मौसम दौरान इस नाले में जल स्तर काफी अधिक बढ जाता है. जिसके चलते नाले के किनारे स्थित लोगों के घरों के लिए खतरा बन जाता है. साथ ही इस नाले में सापों का संचार रहने की वजह से परिसरवासियों में काफी हद तक भय का वातावरण भी प्राप्त है. इस बात के मद्देनजर नाले के आसपास स्थित रिहायशी बस्तियों में रहने वाले नागरिकों द्वारा नाले के किनारे पर सुरक्षा दीवार बनाये जाने की मांग स्थानीय विधायक सुलभा खोडके के समक्ष उठाई गई थी. जिसे देखते हुए विधायक सुलभा खोडके ने जिला नियोजन समिति सहित राज्य सरकार के समक्ष यह मुद्दा उठाकर सतत प्रयास करने शुरु किये थे. जिसके चलते अब इस कार्य हेतु 40 करोड रुपए की निधि से किये जाने वाले काम को मान्यता मिली है.