अमरावती

बुलढाणा अर्बन नाम का छोटा सा पौधा आज विशाल वट वृक्ष बन चुका है

संस्थापक अध्यक्ष राधेश्याम चांडक का प्रतिपादन

अमरावती -/दि.28   विदर्भ में जब सहकार के बारे में अनेक लोगों को जानकारी नहीं थी. उस समय हमने बुलढाणा अर्बन नाम का छोटा सा पौधा लगाया था तब हमे विरोध का सामना करना पडा. सभी के परिश्रम से लगाया गया. बुलढाणा अर्बन नाम का छोटा का पौधा आज विशाल वट वृक्ष बन चुका है. श्रीलंका, नेपाल, इंडोनेशिया, सिंगापुर आदि देशों के नागरिक आज बुलढाणा अर्बन को देखने आते है और बुलढाणा अर्बन की प्रगती को लेकर आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहते है कि, सहकार में ईश्वरीय शक्ति है, ऐसा प्रतिपादन बुलढाणा अर्बन के संस्थापक अध्यक्ष राधेश्याम चांडक ने व्यक्त किया. वे बुलढाणा अर्बन की आमसभा में बोल रहे थे. सभा में मुख्य प्रबंध संचालक डॉ. मुकेश झंवर, उपाध्यक्ष कांतिलाल छाजेड सहित सभी संचालक उपस्थित थेे.
सर्वप्रथम संस्थापक अध्यक्ष राधेश्याम चांडक व मुख्य प्रबंध संचालक डॉ. झंवर के हाथों भारत माता का पूजन कर दीप प्रज्वलन के साथ आमसभा शुरु हुई. सभा के प्रारंभ में जवान, महान व्यक्तियों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के पश्चात रवींद्र कुलकर्णी ने विषय सुची का पठन किया. नेकी से कर्तव्य निभाने वाले 45 व्यक्तियों को भगवान श्रीराम, माता सीता तथा भक्त हनुमान की प्रतिमा प्रदान कर सम्मानित किया गया. संस्थापक अध्यक्ष राधेश्याम चांडक ने बताया कि, बुलढाणा अर्बन के माध्सम से समाज हित में अनेकों विकास कार्य किये जा रहे है. सहकार के माध्यम से बुलढाणा अर्बन ने लोगों का विश्वास जीता है. शीघ्र ही हमारी संस्था अयोध्या में 100 कमरों का भक्त निवास बनाने वाली है.
प्रबंध संचालक डॉ. झंवर ने संस्था के विकास का ब्यौरा बताते हुए 10 हजार करोड का व्यवहार करने पर सभी संचालक सदस्य एवं कर्मचारियों का अभिनंदन किया. बुलढाणा अर्बन की 471 शाखाएं है. गोल्ड लोन, वेअर हाउस के माध्यम से संस्था कर्ज वितरित करती है. 13 लाख से ज्यादा सदस्य एम.एस.एम. सुविधा, 10 हजार से नागरिक इंटरनेट बैंकिंग व मोबाइल बैंकिंग, मिसकॉल बैलेन्स सुविधा का लाभ उठा रहे है. कई गांव में बुलढाणा अर्बन ने वॉटररेटीएम उपलब्ध कराये है. संस्कृति के जतन के लिए वेद विद्यालय की स्थापना कर वहां नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आमसभा में संस्था के सभी सदस्य, संचालक हितचिंतक व कर्मचारी उपस्थित थे.

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