मेलघाट में स्वास्थ समस्या दूर करने चलाई जाएगी विशेष मुहिम -विभागीय आयुक्त डॉ. निधी पाण्डेय
मेलघाट में बालमृत्यू, मातामृत्यू बाबत प्रशासन की ओर से जांच
* गर्भवती महिला व बालक की मृत्यू संबंधी एसआयटी की ओर से जांच
* दोषीं पर कारवाई प्रस्तावित होगी
अमरावती/दि.14- मेलघाट में कुपोषण, बालमृत्यू व मातामृत्यू इस स्वास्थ संबंधी समस्या को दूर करने के लिए प्रशासन की ओर से विशेष मुहिकम चलाई जाएगी. धारणी तहसील में गर्भवती महिला व उसके बच्चे की मौत की घटना संबंधी जांच समिती की ओर से जांच की जा रही है. जिसमें दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई प्रस्तावित करने के निर्देश विभागीय आयुक्त डॉ. निधी पाण्डेय ने दिए. साथ ही इस तरह की गंभीर घटना आगे न हो इसके लिए स्वास्थ विभाग व्दारा सभी स्वास्थ केंद्र व उपजिला अस्पताल में आवश्यक सभी स्वास्थ सेवा-सुविधा उपलब्ध रखने के लिए भी उन्होनें बैठक में निर्देश दिए.
विभागीय आयुक्त के दालान में आयोजित बैठक में मेलघाट के स्वास्थ विषय बातों व मानसून पूर्व तैयारी का डॉ. पाण्डेय ने सविस्तार समीश्रा बैठक ली. इस समय वे उपायुक्त(सामान्य प्रशासन) संजय पवार, निवासी उपजिलाधिकारी अनिल भटकर, जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले, महिला व बालविकास उपमुख्य कार्यकारी अधिकारी कैलास घोडके, सहाय्यक जिला आरोग्य अधिकारी सुभाष ढोले व संबंधित स्वास्थ अधिकारी उपस्थित थे.
डॉ. पाण्डेय ने कहा कि विगत कुछ दिनों से मेलघाट में कुपोषण, बालमृत्यू व मातामृत्यू इस विषय संबंधी अनेक समाचार अखबारों में प्रकाशित हो रहे है. जिसके चलते परिस्थिती की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक उपाय योजना के लिए तुरंत बैठक ली जा रही है. मेलघाट के कुपोषण, बालमृत्यू व मातामृत्यू जैसी समस्या पर विविध कारण सामने आ रहे है. कम उम्र में शादी, शरीर में हिमोग्लोबीन की कमी, प्रसूती दौरान अधिक रक्तस्त्राव, अस्पताल में प्रसूती न होना, कम वजन के बच्चे, उपजत मृत्यू, जंतू संसर्ग आदि प्रमुख कारण के कारण मेलघाट में कुपोषण, बालमृत्यू व मातामृत्यू के प्रमाण बढ रहे है. मेलघाट में जनता का स्वास्थ विषयक परेशानियों का निराकरण हो, इसके लिए स्वास्थ विभाग व जिला प्रशासन की ओर से विशेष मुहिम चलाई जाएगी. मेलघाट में सभी प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर व उपजिला अस्पताल में मरीजों को आवश्यक सेवा-सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. आवश्यकतानुसार पलंग की संख्या बढाए जाए. जीवनावश्यक दवाई व टीकों का अधिक भंडार रखे. इस तरह के निर्देश उन्होनें दिए. इसके लिए आवश्यकतानुसार जिला वार्षिक योजना, व जरूरी हो वहां सीएसआर फंड से निधी का नियोजन करें. इसी तरह आवश्यक मेडिकल उपचार सामग्री उपलब्ध कराने के लिए सरकार के पास मांग का प्रस्ताव प्रस्तुत करें. मेलघाट के स्वास्थ विषयक उपाय योजना का नियमित रुप से प्रत्यक्ष मुलाकात व बैठक के माध्यम से समीक्षा ले. ऐसे निर्देश भी डॉ. पाण्डेय ने दिए.
बारिश में मेलघाट के दुर्गम व अतिदुर्गम गांव का संपर्क टूट जाता है. जिसके चलते तत्परता से स्वास्थ सुविधा मरीजों को उपलब्ध किया जा सके या मरीजों को स्वास्थ केंद्र तक पहुंचाया जा सके इसके लिए अभी से पर्यायी रास्ते का नियोजन कर रखे. इस संबंध वहां के गांववासियों व स्वास्थ कर्मचारियों को मार्गदर्शन किया जाए. स्वास्थ केंद्र में उपलब्ध दवाईयां, सर्पदंश, रैबीज आदि के टीके का भंडारण उपलब्ध रखे. 102,108 क्रमांक की एम्बुलेंस को सुस्थित रखकर वाहन चालक हमेशा उपस्थित रहे इसके लिए संबंधित स्वास्थ अधिकारी ध्यान दें. गर्भवती महिलाओं की प्रसूती स्वास्थ केंद्र, अस्पताल में होने के लिए संबंधित कर्मचारियों की ओर से समुपदेशन किया जाए. आंगनवाडी सेविका, आशाताई इनकी ओर से गर्भवती महिला, कुपोषित बालक, नवजात शिशु का नियमित रुप से सर्वेक्षण व चेकअप किया जाए. आदिवासी बंधु-भगिनों की परेशानी व समस्या पूर्ण संवेदनशिलता से दूर किया जा सके. ऐसे निर्देश डॉ. पाण्डेय ने दिए.
धारणी के ब्लड बैंक के संबंध में सार्वजनिक बांधकाम विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर बाकि काम तुरंत पूरा कर ब्लड बैंक स्थापित करने के काम जलद गति से करे. ऐसे भी निर्देश विभागीय आयुक्त ने दिए.
ब्ल्ड बैंक के लिए आवश्यक रहने वाले शीतकरण यंत्र, विद्युत आपूर्ती व बाकि चिल्लर काम आदि काम आखरी के टपेपे में रहने से जून तक पूरा हो जाएगे. जुलाई के पहले सप्ताह में ब्लड बैंक पूरी तरह से कार्यान्वित होगे. मेलघाट के वैद्यकीय अधिकारी व स्वास्थ कर्मचारी बारिश में होने वाली बीमारियों से संबंधित औषधोपचार की दृष्टी से आवश्यक निर्देश दिए गए. साथ ही स्वास्थ केंद्र, अस्पताल में भेजी जाने वाली दवाईयों का भंडारण उपलब्ध होने के लिए निर्देश दिए गए. ऐसी जानकारी जिला शल्य चिकित्सक डॉ. सौंदले ने बैठक में दी.