अमरावती

कोरोना स्ट्रेन-2 वायरस में आया रचनात्क बदलाव

एक बार फिर कोरोना हुआ जिले में हावी

  • कोरोना संक्रमितो में बडे नेताओं का भी समावेश

अमरावती/दि.22 – जिले में कोरेाना स्ट्रेनन-2 में वायरस ने भी अपनी सरंचना बदली है. वायरस में आए रचनात्मक बदलाव का असर लोगो पर तेजी से हो रहा है. जिन लोगों को इससे पूर्व कोरोना संक्रमण बाधित कर चुका है. उन लोगों पर फिर एक बार कोरोना हावी होने लगा है. जिले में कई बडे नेता कोरोना स्ट्रेन-2 का शिकार हो चुके है. जिले में आए कोरोना के सामूहिक संक्रमण में इस वायरस की नजर आप पर भी हो सकती है.
जिले के कुछ सैम्पलों का पुणे के लैब में परीक्षण किया गया. इन टेस्टिंग सैम्पल में कोरोना के वायरस ने रचनात्मक बदलाव किया है. यह बात स्पष्ट हो चुकी है लेकिन यह बदलाव लोगों के लिए कितना घातक है इसका अंदाजा अभी तक जांच में लगा नहीं पाये है. जिसके कारण कोरोना घातक है, यह कहना मुश्किल है. भले ही वायरस जिस प्रकार आक्रमक रुप धारण कर चुका है उसका नजारा हर दिन देखने को मिल रहा है. शहर में हर दिन कोरोना बाधितों की संख्या बढते-बढते 700 के उपर चली गई है. आलम यह था कि शनिवार को यह आकडा 1 हजार तक पहुंच चुका था. इस आकडे ने अब तक सारे रिकार्ड तोडते हुए शहर को राज्य की सूची में टॉप पर पहुंचा दिया है. फिलहाल अमरावती जिला कोरोना संक्रमितो की सूची में सबसे पहले पायदान पर है. इसके बाद मुंबई, पुणे जैसे शहरों का नंबर आ रहा है. केवल यही नहीं कोरोना बाधितो की संख्या जिस प्रकार बढ रही है उसी प्रकार दोबारा कोरोना बाधित होने वालोें की संख्या भी कम नहीं है.
राज्य सरकार ने संक्रमण का खतरा कम करने के लिए टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से आरंभ किया था. इस अभियान में अब तक हजारो की तादात में फ्रंट लाईन वॉरियर्स को कोरोना टीका लगाया गया है. भारत में बनी यह वैक्सीन कोरोना से बचाने में काफी हद तक कारगर है. ऐसी बात कही जा रही थी, लेकिन 8 हजार से भी अधिक में से करीब 20 लोगों को दोबारा कोरोना के वायरस द्बारा जकडने की बात सामने आई है. इनमें से भी कई अधिकारी व कर्मचारियों को इससे पूर्व कोरोना वायरस ने अपना शिकार बनाया था.
वैक्सीन लेने के बाद यह खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे थे. लेकिन वह भी असुरक्षित ही साबित हो रहा है. कई वैद्यकीय विशेषज्ञो का कहना है कि यह वैक्सीन केवल ट्रायल है. यह कोरोना का सटीक इलाज नही है. इस कारण जिस प्रकार से वायरस में रचनात्मक बदलाव आया है, उसे देखते हुए कोरोना किसी व्यक्ति पर दूसरा अटैक भी कर सकता है. ऐसे में जिले में कोरोना के संक्रमण से लगातार दो बार अगर कोई प्रभावित होता है, तो वह आश्चर्य की बात नहीं होगी. जिले के विधायक तथा राज्यमंत्री बच्चू कडू के साथ कई ऐसे लोग है जो इससे पूर्व भी कोरोना बाधित हुए थे. उन्होंने सटीक उपचार भी लिया लेकिन अब वे फिर कोरोना के का शिकार हुए है. इसका अर्थ यही है कि अब कोरोना से डरना होगा. उसका खौफ जब तक लोगो के दिल पर नहीं रहेगा लोग कोरोना का शिकार होते रहेंगे. इसलिए कोरोना का दोबारा अटैक न हो इसके लिए हमें स्वंय अपना बचाव करना होगा. क्योंकि इस बार अगर कोरोना ने आप पर अटैक किया तो आप की रोग प्रतिरोधक शक्ति को प्रभावित करने में कोई कसर नहीं छोडेगा.

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