साढे तीन दशक पुराना सपना हुआ पूरा, 6 साल से चल रहे प्रयास रहे सफल
सरकारी मेडिकल कॉलेज की घोषणा पर बोले किरण पातुरकर
अमरावती/दि.9 – अमरावती की जनता द्बारा विगत 35 वर्षों से अमरावती में सरकारी मेडिकल कॉलेज खोले जाने की प्रतीक्षा की जा रही थी. साथ ही इस हेतु गठित कृति समिति द्बारा विगत 6 वर्षों से लगातार संघर्ष किया जा रहा था. जो आज सफल व पूरा हुआ, जब राज्य के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अमरावती में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरु करने की घोषणा करने के साथ ही इसके लिए निधि आवंटित करने की भी बात कहीं. ऐसे में अब अगले साल से अमरावती में सरकारी मेडिकल कॉलेज की पहली बैच शुरु होने की उम्मीद बढ गई है, इस आशय की प्रतिक्रिया भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर द्बारा दी गई.
भाजपा शहराध्यक्ष किरण पातुरकर के मुताबिक वे स्वयं विगत 6 वर्षों से अमरावती में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरु करवाने हेतु अलग-अलग स्तर के जरिए प्रयास करते हुए सरकार पर दबाव बना रहे थे. जिसके तहत उन्होंने अमरावती जिले के सभी स्वायत्त निकायों से इस संदर्भ में प्रस्ताव पारित करवाते हुए राज्य सरकार के पास भिजवाए थे. साथ ही हस्ताक्षर अभियान चलाते हुए एक लाख से अधिक लोगों के हस्ताक्षर लेकर सरकार को भेजे गए. इसके अलावा करीब 500 सामाजिक व स्वयंसेवी संस्थाओं से भी पत्र लिखवाकर राज्य सरकार को भिजवाए गए थे. जिसकी वजह से अमरावती में सरकारी मेडिकल कॉलेज शुरु होने की गतिविधियां व हलचलें कुछ हद तक शुरु हुई थी और अब राज्य के वित्त मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बजट में अमरावती के सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए निधि आवंटित करने के साथ ही अगले साल से कॉलेज की इमारत का निर्माणकार्य शुरु करने की घोषणा की है. जो एक स्वप्नपूर्ति की तरह है. इसके साथ ही अगले साल से ही सुपर स्पेशालिटी अस्पताल में अमरावती के मेडिकल कॉलेज को शुरु करते हुए यहां पर पहली बैच को शुरु करने का प्रयास व निवेदन कृति समिति द्बारा किया जाएगा, ऐसा भी पातुरकर द्बारा बताया गया.
* जो दूर दूर यूं तन्हा बैठा है, तेरे हर दर्द का मरहम हो जाऊं
अमरावती शहर और अमरावती जिले का की पहचान महाराष्ट्र और देश दुनिया में प्रस्थापित करने हेतु किए गए अर्थ संकल्प में अमरावती शहर एवं जिले के लिए किए गए 12 प्रकल्पो का प्रावधान का असर अमरावती एवं समूचे अमरावती जिले को प्रगति की राह पर तेजी से ले जाएगा.
ओबीसी समुदाय को अगले 3 वर्ष में 10 लाख घर देने की योजना में इसी पहले ही साल 3.30 लाख घर दिए जाने का संकल्प, मातंग समाज के लिए 25000 भवन आरक्षित करना, छत्रपति शिवाजी महाराज, संत बसवेश्वर महाराज, बाबासाहेब आंबेडकर, काशीनाथ बाबा, अण्णा साहेब पाटील संत सेवालाल महाराज गोरोबा कुंभार अन्नाभाऊ साठे,संत जगनाडे महाराज रा सु गवई जैसे सभी समाज के संतो के शिक्षा के आधार सभी समाज विकास हेतु शुरू की गई योजनाएं और उन योजनाओं को पूर्ण करने के लिए किया हुआ बजट प्रावधान महाराष्ट्र के सभी भौगोलिक तथा सामाजिक घटकों का पूर्ण विकास करने हेतु सक्षम होगा.
उद्योजक की विकास धारा, संस्कृति एवम महापुरुषों का अभिमान, 21वीं सदी में शिक्षा एवं कौशल की अवधारणा, पर्यटन से रोजगार, बुनियादी ढांचा विकास की पहल को और विकास की गति को और तेज करेगा. उपमुख्यमंत्री और अर्थमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा जनता के हित में रखा गया बजट महाराष्ट्र के सभी सामाजिक, भौगोलिक घटकों को समान रुप में न्याय देकर बजट की एक अलग पहचान बनाने में सफल हुआ है. माननीय देवेंद्र जी एवं एकनाथ शिंदे जी का तहे दिल से आभार.
– प्रा. दिनेश सूर्यवंशी
* लोक कल्याण का पहला बजट
आजादी के अमृत महोत्सवी वर्ष के पहले बजट में लोककल्याण पर पूरी तरह से ध्यान दिया गया है और यह बजट किसानों, आदिवासियों, पिछडों, वंचितों, गरीबों, आर्थिक रुप से पिछडों तथा मध्यम वर्गीयों को सक्षम बनाने वाला बजट है. इस बजट में बच्चों की पढाई, मध्यम वर्गीयों की कमाई तथा बुजुर्गों व किसानों की भलाई पर पूरा ध्यान दिया गया है. जिसे सर्वसामान्य जनता के संकल्प की पूर्ति और आत्मनिर्भर महाराष्ट्र की निर्मिति वाला बजट कहा जा सकता है. अमरावती की दृष्टि से इस बजट में सरकारी मेडिकल कॉलेज, हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल को क्रीडा विद्यापीठ का दर्जा, शिवचरित्र उद्यान तथा महानुभव पंत की काशी कहे जाते रिद्धपुर में मराठी भाषा विद्यापीठ जैसी घोषणाएं की गई है. जो अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण है.
– चेतन गावंडे,
पूर्व महापौर
* नाम अमृतकाल और सामान्यों को हलाहल
ईडी सरकार का बजट एक तरह से घोषणाओं की बारिश है. इस बजट में 16 हजार 122 करोड रुपए का घाटा है. यद्यपि वित्त मंत्री फडणवीस द्बारा दिया गया बजट भाषण सुनने में अच्छा लगा, लेकिन यह भाषण पूरी तरह से अर्थहीन है. राज्य की तिजोरी पर लगातार बढते आर्थिक बोझ की ओर ध्यान दिए बिना केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बेसिर-पैर की घोषणाएं की गई है. वित्त मंत्री फडणवीस ने संत महात्माओं का नाम लेकर एक तरह से अमृतकाल में सर्वसामान्यों के सामने हलाहल परोस दिया है.
– एड. यशोमति ठाकुर,
विधायक व पूर्व पालकमंत्री
बजट की सौगातों से सांसद राणा प्रसन्न
अमरावती- जिले की सांसद नवनीत राणा ने प्रदेश के अर्थ संकल्प में अमरावती को ढेर सारी सौगातें मिलने का उल्लेख कर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आभार व्यक्त किया है. सांसद राणा ने हनुमान अखाडे को खेल विद्यापीठ, नइ सडकों के लिए 2 हजार करोड रुपए, भातकुली में प्रशासकीय कार्यालय भवन, छत्री तालाब परिसर में शिव छत्रपति उद्यान, तपोनेश्वर और कोंडेश्वर के लिए क्रमश: 5 व 10 करोड रुपए फंड, रासू गवई स्मारक हेतु 25 करोड रुपए फंड के साथ रिद्धपुर में मराठी भाषा विद्यापीठ और शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय की घोषणाओं का जबर्दस्त स्वागत किया. उन्होंने बताया कि, भीम टेकडी के लिए 10 करोड रुपए विकास निधि मंजूर हुई है. ऐसे ही किसानों को सम्मान योजना के तहत 12 हजार रुपए देेने और कोतवालों का मानधन 15 हजार रुपए करने की घोषणा का भी स्वागत किया. बुजुर्ग, दिव्यांग और विधवा का मानधन 1500 रुपए बढाने का भी स्वागत किया. उन्होंने जिले के नागरिकों को फायदा होगा, उपमुख्यमंत्री फडणवीस का अनेक उपहारों के लिए आभार भी जताया.
जनमत के मुताबिक बजट- डॉ. अनिल बोंडे
राज्यसभा सदस्य सांसद डॉ. अनिल बोंडे ने कहा कि राज्य के वित्त मंत्री व उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने जनमत के मुताबिक बजट प्रस्तुत किया है. किसानों का इस बजट मेंं विशेष रूप से ध्यान रखा गया है. किसानों को प्रतिवर्ष मिलनेवाले मानधन में बढोतरी के अलावा छत्रपति शिवाजी महाराज कर्ज माफी शुरू रखी गई है. विद्यार्थियों को भी शिष्यवृत्ति दी गई है. अमरावती मामा का गांव रहने से इस जिले को भरपूर दिया गया है. आज के इस बजट की विरोधियों ने भी सराहना करनी चाहिए. पश्चिम महाराष्ट्र के अलावा अब तक विदर्भ के लिए कभी कुछ दिखा ही नहीं. बजट पेश करने के बाद सभी विरोधी अस्वस्थ दिखाई दिए. जिले में मोर्शी तहसील में संतरा प्रकल्प के लिए भी उपलब्ध कराई गई है. कुल मिलाकर अब तक का यह सबसे प्रशंसनीय बजट है.