अमरावतीमहाराष्ट्र

केसरपुर में बाघ ने किया लकडहारे का शिकार

समूचे मेलघाट में खलबली

* पहुंचे दोनों विधायक पटेल और राणा
* 25 लाख की मदद देने का आश्वासन
हरिसाल/दि.4– यहां से कुछ ही किमी की दूरी पर स्थित केसरपुर घने जंगल में रविवार पूर्वान्ह बाघ ने लकडी काटने वाले हरिराम गंगाराम धिकार (35) का शिकार कर लिया. जिसके बाद पूरे मेलघाट में खलबली मची है. जिले के दो विधायक राजकुमार पटेल व रवि राणा आनन फानन में स्पॉट पर पहुंचे. उन्होंने वन अधिकारियों से बात की. धिकार परिवार को 25 लाख रुपये सानुग्रह अनुदान दिलाने का भरोसा दिलाया. तब जाकर आदिवासी लोग शव का परीक्षण करने और अंतिम संस्कार करने के लिए राजी हुए. किंतु सोमवार को भी परिसर में शोक और गुस्सा दोनों ही अनुभव किया गया. एक ओर जहां बाघ के नरभक्षी हो जाने से भय व्याप्त है. वहीं दूसरी ओर जनजातीय लोगों व्दारा गुस्सा फूट भी पड सकता है.

कैसे हुई घटना ?
बताया जाता है कि केसरपुर के हरिराम गंगाराम धिकार अपने पिता गंगाराम और गांव के चार पांच लोगों के साथ जंगल में लकडियां काटने गए थे. तभी अलग अलग पेडों से लकडी काटते समय बाघ ने हरिराम पर धावा बोला. हरिराम की चीख सुनकर उसके पिता गंगाराम और अन्य लोग सुरक्षित जगह की ओर भाग गए. रोरा बीट में हुई घटना की जानकारी वन अधिकारी गिरीश जतकर को पहुंचाई गई.

गुफा तक घसीटा
मौके से भेजी गई रिपोर्ट की माने तो बाघ ने न केवल हरिराम पर प्राणघातक हमला किया. बल्कि उसे मारने के बाद गुफा तक घसीटते ले गया. जिससे बाघ के तेवर देख देर तक वन अधिकारी भी उसके सामने जाने से घबराते रहे. बाघ के ध्यान बंटने के बाद कर्मचारियों और अधिकारियों ने लाठी काठी लेकर किसी तरह जीप से हरिराम का शव जंगल से बाहर लाया.

जतकर स्टाफ सहित मौके पर
गिरीश जतकर अपने सहयोगियों संघ मौके पर पहुंचे. वहां गांव के लोग हरिराम के बाघ व्दारा शिकार से गुस्सा हो गए थे. लोगों ने अपना संताप व्यक्त किया. जनक्षोभ देखते हुए धारणी से पुलिस अधिकारी और अमलदार वहां पहुंचे. ग्रामीणों ने हरिराम का शव सडक पर लाकर रख दिया. विरोध स्वरुप मार्ग अवरुध्द कर दिया. लोगों के गुस्से को देख वन अधिकारी सकपका गए. उन्हें जवाब नहीं सूझ रहा था.

पटेल और राणा भी मौके पर
विधायक राजकुमार पटेल न केवल स्वयं मौके पर पहुंचे बल्कि उन्होंने आरएफओ सोलंके एवं थानेदार जाधव को सूचित किया. इधर बडनेरा के विधायक रवि राणा भी आनन-फानन में वहां पहुंचे. ग्रामीणों के रोष को देखते हुए राणा ने वन अधिकारियों से मुआवजे के बारे में बात की. अधिकारी गिरीश जतकर ने राज्य शासन से 25 लाख अनुदान दिलाने का वादा किया.

क्या कहा जतकर ने?
हरिसाल के वनपरिक्षेत्र अधिकारी गिरीश जतकर ने कहा कि घटना स्थल पहुंचकर पंचनामा किया गया है. मृत हरिराम के परिजनों को शासन व्दारा 25 लाख रुपये कि आर्थिक मदद दिलाई जाएगी. अहवाल प्रस्तुत किया जाएगा. उसी प्रकार बाघ आगे से मनुष्यों पर हमला न करें, इसका भी वन विभाग विशेष कर टाइगर प्रोजेक्ट के अधिकारी कर्मी ध्यान रखेंगे.

विधायक राणा पहुंचे
केसरपुर में बाघ के हमले से एक युवक की मौत की खबर लगते ही विधायक राणा धारणी उपजिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने धिकार परिवार को सरकार से मदद का आश्वासन दिया. इस समय राणा के संग पूर्व विधायक केवलराम काले, प्रभूदास भिलावेकर, रोहित पाल, दुर्योधन जावरकर, उपेन्द्र बछले, निरज मालवीय, सोनू मालवीय, राजा मालवीय, बाबू मानेकर, मुन्नी भिलावेकर और अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.

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