अमरावतीमहाराष्ट्र

जिले के ग्रामीण क्षेत्र से एक महिला को मिली भारतीय नागरिकता

2018 के बाद 33 आवेदन दाखिल

* 22 आवेदनो के त्रुटी की जांच
अमरावती/दि.16– लोकसभा चुनाव के पूर्व देश में सीएए कानून लागू किया गया है. सरकार ने हाल ही में इस बाबत अधिसूचना जारी की. इस कारण पडोसी देशो से यहां वर्षो से रहनेवाले लोगों को भारतीय नागरिकता मिलना आसान हो गया है. अमरावती जिले के ग्रामीण क्षेत्र से एक महिला को भारतीय नागरिकता मिल गई है. 2018 के बाद 33 आवेदन ग्रामीण क्षेत्र से प्राप्त हुए. इसमें से 22 आवेदन में त्रुटी पाई गई है. इस संबंध में दुरुस्ती की प्रक्रिया शुरु है. सभी आवेदनों की जांच के बाद धामनगांव रेलवे के सिंधी समुदाय की महिला को भारतीय नागरिकता मिली है.

नागरिकता सुधार कानून (सीएए) लागू होने के बाद इस कानून के तहत भारत में स्थलांतरित हुए सीख, बौद्ध, पार्शी, जैन, हिंदू, क्रिश्चन नागरिको को भारतीय नागरिकता दी जानेवाली है. इसके लिए शहर और ग्रामीण पुलिस प्रशासन की तरफ से प्रस्ताव तैयार किए जाते है और जिलाधिकारी कार्यालय के गृह विभाग नामक कक्ष से आवेदनों की जांच की जाती है. यह प्रक्रिया अभी शुरु है. जिले के ग्रामीण क्षेत्र से अगस्त 2018 से अब तक 33 लोगो ने आवेदन किया था. इनमें 22 आवेदनो में त्रुटी पाई गई है. उसके दुरुस्ती की पूर्तता और आगामी कार्रवाई की प्रक्रिया अभी शुरु है. केवल धामणगांव रेलवे में रहनेवाली एक सिंधी समुदाय की महिला को भारतीय नागरिकता मिली है. यह महिला 2004 से यहां रहती है.

* जिलाधीश के सामने दी जाती है शपथ
नागरिकता निमित्त संबंधित आवेदनों के सभी दस्तावेजो की जांच की जाती है. संबंधित आवेदक को जिलाधिकारी के समक्ष शपथ दी जाती है. ‘मैं कानून द्वारा स्थापित किए भारतीय संविधान पर सच्चा विश्वास और निष्ठा रखुंगा, मै भारत के कानून का निष्ठा से पालन और एक नागरिक के रुप में मेरा कर्तव्य पूरा करुंगा’, ऐसी शपथ दी जाती है.

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