मोर्शी में युवा किसान ने लगाया मौत को गले

खेती की तो फसलों को भाव नहीं, दूध का धंधा किया, उसे भी भाव नहीं

* 24 घंटे में दो कृषक आत्महत्या
अमरावती/दि.30 – खरीफ सीजन शुरु होने को है. ऐसे में जिले में किसानों की आत्महत्या का समाचार लगातार मिल रहा है. आज 20 घंटे के अंदर दो युवा किसानों ने फांसी लगा ली. जिससे खलबली मची है. मोर्शी के गजानन चौधरी का एकलौता बेटा शुभम था. उसने फांसी लगा ली.
पता चला है कि, शुभम चौधरी के पास ढाई एकड खेती है. उसने खेतीबाडी की, तो प्राकृतिक आपदा के कारण फसल खराब हो गई. सरकारी नीतियों की वजह से फसलों को भाव भी बराबर नहीं मिले. गत पांच वर्ष से उसने दूध का धंधा शुरु किया था, उसमें भी उचित दाम नहीं मिलने से वह टूविलर की किश्त भी समय पर जमा नहीं कर पाता. खेती पर एक लाख का कर्ज पहले ही हो रखा था. ऐसे में बहन के विवाह पश्चात यह कर्ज बढ गया था. उसे कैसे अदा करेंगे, इस चिंता में निराश शुभम चौधरी ने मौत को गले लगा लिया. जिले में एक के बाद एक किसान आत्महत्याएं हो रही है. यह भी बता दें कि, कई किसान खुदकुशी के प्रकरण को सरकार के मापदंड सहायता के योग्य भी नहीं मानते.

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