अमरावतीमहाराष्ट्र

12,294 विद्यार्थियों के आधार प्रमाणिकरण का काम लटका

2.98 फीसद विद्यार्थियों का आधार प्रमाणिकरण बाकी, 95.51 फीसद काम पूरा

अमरावती /दि.25– शालाओं में बोगस विद्यार्थी पटसंख्या पर नियंत्रण पाने हेतु सरकार ने विद्यार्थियों का आधार प्रमाणिकरण करना अनिवार्य कर दिया है. जिसके चलते जिले में शालाओं के जरिए आधार प्रमाणिकरण की कार्रवाई की जा रही है. यह काम 95.51 फीसद पूरा हो चुका है. परंतु अब भी 2.98 फीसद यानि 12 हजार 294 विद्यार्थियों के प्रमाणिकरण का काम बाकी बचा हुआ है.

जिले की सभी शालाओं में कक्षा 1लीं से 12वीं तक कुल 4 लाख 38 हजार 970 विद्यार्थी पढ रहे है. जिसमें से 2.98 फीसद यानि 12 हजार 294 विद्यार्थियों का आधार प्रमाणिकरण अब तक होना बाकी है. आधार प्रमाणिकरण के काम में स्थानीय स्वायत्त संस्था, अनुदानित, बिना अनुदानित, आश्रमशाला व अन्य शालाएं पीछे रहने की जानकारी है. वहीं जिला परिषद की शालाओं में आधार प्रमाणिकरण का प्रतिशत 95.51 फीसद है.

* 4.11 लाख विद्यार्थियों का हुआ प्रमाणिकरण
जिले में कक्षा 1 ली से 12 वीं तक कुल 4 लाख 38 हजार 970 विद्यार्थी है. जिनमें से 4 लाख 11 हजार 944 विद्यार्थियों के आधार का प्रमाणिकरण हो चुका है.

* 12,294 विद्यार्थी बाकी
जिले की शालाओं का आलेख देखने पर पता चलता है कि, अब भी 12 हजार से भी अधिक विद्यार्थियों का आधार प्रमाणिकरण बाकी है. जिसमें जिप शालाओं सहित अन्य शालाओं के विद्यार्थियों का समावेश रहने की जानकारी है.

* फर्जी पटसंख्या पर कैसे लगे लगाम
यदि आधार प्रमाणिकरण का काम शत-प्रतिशत पूरा नहीं होता है, तो ऐसी स्थिति मेें बोगस विद्यार्थी पटसंख्या पर कैसे नियंत्रण लग सकेगा, यह अपने आप में बडा सवाल है.

* इस वजह से अधुरा पडा है काम
कई विद्यार्थी स्थलांतरीत होते है. साथ ही दिव्यांग विद्यार्थियों के आधार कार्ड में कुछ दिक्कते होती है और कुछ विद्यार्थियों के आधार कार्ड ही नहीं बने होते है. जिसकी वजह से प्रमाणिकरण का काम लटका रहता है.

* शिक्षकों पर हो सकती है कार्रवाई
आधार प्रमाणिकरण का काम नहीं करने वाली शालाओं के शिक्षकों पर प्रशासकीय कार्रवाई करने की चेतावनी सरकार द्वारा दी गई है. जिसके चलते अब शिक्षकों मेें इस काम को लेकर काफी हद तक भयवाला वातावरण है.

* जिप की शालाओं में विद्यार्थियों के आधार प्रमाणिकरण का काम 95.51 फीसद पूरा हो चुका है. वहीं शेष आधार प्रमाणिकरण का आधार इसी महिने में पूरा कर लिया जाएगा.
– प्रीति गावंडे,
कम्प्यूटर प्रोग्रामर,
समग्र शिक्षा अभियान

* क्या कहते है शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी?
महाराष्ट्र राज्य प्राथमिक शिक्षक समिति के राज्य प्रतिनिधि राजेश सावरकर तथा अखिल भारतीय प्राथमिक संघ के महासचिव सुभाष सहारे ने इस संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि, दुर्गम क्षेत्र की शालाओं में विद्यार्थियों के आधार प्रमाणिकरण का काम थोडा बहुत बाकी है और इस काम में शिक्षकों को काफी हद तक समस्याओं व दिक्कतों का सामना भी करना पड रहा है. ऐसे में कार्रवाई करने की नोटीस देने की बजाय शिक्षकों की समस्याओं व दिक्कतों को भी समझा जाना चाहिए.

Related Articles

Back to top button