अमरावतीमहाराष्ट्र

मातृ-पितृ छात्र से वंचित अनाथ बच्चों को 2250 रुपयों का आधार

बालसंगोपन योजना के तहत मिलती है सहायता

* कोविडकाल में जिले के 517 बच्चे हुए थे अनाथ
अमरावती/दि.29- कोविड संकट काल के दौरान अपने एक अथवा दोनों अभिभावकों को गवा चुके बच्चों को राज्य सरकार की बालसंगोपन योजना के जरिए प्रतिमाह 2 हजार 250 रुपए की वित्तीय सहायता दी जाती है. दोनों में से एक अथवा दोनों ही अभिभावक नहीं रहने वाले 517 अनाथ बच्चों को सरकार हर महिने सहायता प्रदान करती है. जिससे इन बच्चों की पढाई लिखाई सहित अन्य बातों के लिए मदद मिलती है.

बता दें कि, कोविड संकट काल के दौरान माता व पिता में से कोई एक अथवा दोनों को ही खो देने वाले बच्चों के लिए सरकार ने बालसंगोपन योजना शुरू की है. जिसके तहत 1 अप्रैल 2023 से अनाथ बच्चों को 2 हजार 250 रुपए की वित्तीय सहायता की जाती है तथा शुन्य से 18 वर्ष आयु गुट वाले बच्चों को इस योजना का लाभ मिलता है. खास बात यह है कि, एक ही परिवार के 2 अथवा उससे अधिक बच्चों को भी इस योजना का लाभ दिया जाता है तथा इस योजना के जरिए मिलने वाली सहायता से अनाथ बच्चे अपनी पढाई-लिखाई सहित दैनिक जीवन से संबंधित खर्च को पूरा कर सकते है.

* कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों को मिलता है लाभ
कोविड संक्रमण काल के दौरान कई लोगों ने अपने निकटसंबंधितयों को खो दिया. उस समय कई बच्चों के माता-पिता की मौत हो गई. इसी दौर में अमरावती जिले के 517 बच्चों ने अपने अभिभावकों को खो दिया था. जिसमें से कुछ बच्चों के एक और कुछ बच्चों के दोनों अभिभावकों की मौत हुई थी. जिससे वे पूरी तरह निराश्रीत हो गये.

* 18 वर्ष की आयु तक शुरु रहेगी. वित्तीय सहायता
कोविड संक्रमण काल के दौरान अपने अभिभावकों को खो चुके बच्चों को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो इस हेतु 1 अप्रैल 2023 से 2 हजार 250 रुपए की वित्तीय सहायता दिये जाने की घोषणा की गई है. यह सहायता संबंधित बच्चों को उनकी 18 वर्ष आयु पूर्ण होने तक मिलती रहेगी.

* हर महिने 2250 रुपयों की निधी
कोविड संकट काल के दौरान निराधार हुए बच्चों को 18 वर्ष की उम्र तक प्रतिमाह 2250 रुपए की वित्तीय सहायता सरकार की ओर से प्रदान की जाती है. यह निधि वर्ष 2023 से सरकार द्वारा प्रदान की जा रही है.

* शैक्षणिक सहायता के तौर पर 10 हजार रुपए
कोविड प्रादूर्भाव के चलते अपने माता या पिता अथवा दोनों अभिभावकों को खो चुके बच्चों के शैक्षणिक खर्च हेतु बालनिधि उपलब्ध कराई गई है. जिसके तहत एक अथवा दोनों अभिभावकों को खो चुके बच्चों को शैक्षणिक शुल्क के लिए 10 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाती है.

* कोविड संकट काल के दौरान जिन बच्चों के माता या पिता अथवा दोनों अभिभावकों की मृत्यु हो गई है. ऐसे बच्चों को सरकार द्वारा प्रतिमाह 2250 रुपयों की वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है. अमरावती जिले में ऐसे 517 अनाथ बच्चों को यह सहायता प्रदान की जा रही है. इस रकम के जरिए ऐसे बच्चों की पढाई लिखाई सहित उनके दैनिक खर्च संबंधी जरुरतों को पूरा किया जा सकता है.
– अजय डबले,
जिला बाल संरक्षण अधिकारी.

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