आधार संस्था ने जरूरतमंद श्रमिकों को किया सम्मानित
मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में आयोजन
बडनेरा/दि.4– स्थानीय आधार बहुउद्देशीय सामाजिक संगठन, जो विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से समाज की सेवा करने वाले अग्रणी संगठन के रूप में ख्याति प्राप्त है, की ओर से महाराष्ट्र दिवस के उपलक्ष्य में मजदूर दिवस के अवसर पर गरीब, मेहनती एवं जरूरतमंद श्रमिकों को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम बडनेरा जूनिवस्ती के बारीपुरा चौक स्थित श्री हनुमान मंदिर क्षेत्र में संपन्न हुआ.
कार्यक्रम की शुरुआत दूरदर्शन और आकाशवाणी के लोक-कलाकार और भजन-गायक प्रमोद पोकले द्वारा पहाड़ी और दमदार आवाज में गाए गए महाराष्ट्र गीत जय जय महाराष्ट्र माझा, गर्जा महाराष्ट्र माझा की शानदार प्रस्तुति से हुई. इस गाने में उनकी बेटी उत्कर्षा पोकले ने भी बेहतरीन साथ दिया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता संत गाडगेबाबा अध्यासन के प्रमुख डॉ. दिलीप काले ने की, जबकि मुख्य गणमान्य व्यक्ति के रूप में विनायक घिमे, सत्कारमूर्ति नामदेव निकोरे, सुधाकर कातोरे, दत्तात्रय गाढवे, नंदलाल मुंधरे, शेख रमजान अब्दुल मजीद और मालती उसरे मंच पर मौजूद थें. मजदूर दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस कार्यक्रम में बडनेरा क्षेत्र के गरीब, मेहनती और जरूरतमंद श्रमिकों का शॉल और श्रीफल देकर भावपूर्ण सम्मान किया गया. पूर्व नगरसेविका छाया अंबाडकर, सेवानिवृत्त प्राचार्य दिगंबर तायडे, विनायक औरंगपुरे, सुभाष येलने, कोंडेश्वर संस्थान के अध्यक्ष रमेश पकड़े, पूर्व नगरसेवक विजय नागपुरे, सूर्यकांत पवार, दत्तोपंत रहाटगांवकर, रमेशचंद्र घुसे, बारी पंचायत के प्रवीण संभे, प्रवीण दुधे, किशोर अंबाडकर, मनोहर भगत, सुभाष बेले, सुरेश मावदे, अनंत जोशी, सुजय पवार इनके साथ इस अवसर पर क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे. कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव विजय इंगोले ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन संस्था के अध्यक्ष विनायक घिमे ने किया. आयोजन को सफल बनाने के लिए विनायक घिमे, योगानंद जोशी, विजय इंगोले, सुमंत देव, राजू पांडे, श्याम बडनेरकर, किरण अंबाडकर, दिवाकर देव और रवींद्र कोटांगले ने अथक प्रयास किया.
* इन कामगारों का हुआ सम्मान
मजदूर दिवस के अवसर पर आधार बहुउद्देशीय सामाजिक संस्था द्वारा नामदेव बक्षिराम निकोरे, सुधाकर रामचन्द्र कातोरे, दत्तात्रय विठोबाजी गाढवे, नंदलाल रामचन्द्र मुंधरे, शेख रमजान अब्दुल मजीद एवं मालती राजेंद्र उसरे आदि कामगारों के कार्य का गौरव कर शॉल एवं श्रीफल देकर भावपूर्ण सम्मान किया.