अकृषी विद्यापिठों को परीक्षा हेतु सरकारी निर्देश की प्रतीक्षा
अमरावती प्रतिनिधि/दि.21 – कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए अब भी वरिष्ठ महाविद्यालय शुरू नहीं हुए है. ऐसे में शीतकालीन-2020 व ग्रीष्मकालीन-2021 की परीक्षाएं कब व कैसे ली जायेगी, इसके संदर्भ में विद्यार्थी पूरी तरह से अनभिज्ञ है. साथ ही सरकार द्वारा अब तक परीक्षाओ के संदर्भ में कोई निर्देश नहीं दिये जाने के चलते विद्यापीठों द्वारा भी परीक्षाओं के नियोजन को लेकर काम नहीं किये जा रहे.
ज्ञात रहें कि, सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार हाल ही में विद्यापीठों में ग्रीष्मकालीन-2020 के अंतिम सत्र व अंतिम वर्ष की परीक्षा व परीक्षा परिणाम की प्रक्रिया पूर्ण हुई. जिस हेतु ऑनलाईन व ऑफलाईन ऐसी दोनों पध्दतियों से ‘एमसीक्यू’ के आधार पर परीक्षा ली गयी. वहीं अब शीतकालीन-2020 तथा ग्रीष्मकालीन-2021 की परीक्षाओ का नियोजन कैसे किया जाये, इसे लेकर कोई निर्देश नहीं रहने की वजह से खुद परीक्षा विभाग कोई कदम नहीं उठा सकता. हालांकि कई अकृषि विद्यापीठों ने ऑनलाईन परीक्षाओं का नियोजन करना शुरू किया है. किंतु परीक्षाएं कैसे होगी, यह अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है.
संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ में कुलगुरू डॉ. मुरलीधर चांदेकर के मार्गदर्शन में शीतकालीन-2020 व ग्रीष्मकालीन-2021 के परीक्षाओं की पूर्व तैयारी हेतु विद्या परिषद, परीक्षा मंडल, विद्वत परिषद तथा व्यवस्थापन परिषद की बैठके आयोजीत कर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये है, जिनमें जारी शैक्षणिक वर्ष से परीक्षा आवेदन व नामांकन की प्रक्रिया को ऑनलाईन करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही विविध प्राधिकरणों की मान्यता के बाद ही परीक्षाओं की तैयारी की जायेगी. शीतकालीन-2020 की परीक्षा आगामी मार्च माह में लिये जाने का नियोजन शुरू है. साथ ही यदि इस बीच परीक्षाओं को लेकर सरकार की ओर से कोई गाईडलाईन प्राप्त होती है, तो उस लिहाज से नियोजन किया जायेगा. राज्य के सभी अकृषि विद्यापीठों की परीक्षा के संदर्भ में यही स्थिति कायम है. ऐसे में यदि सरकार की ओर से परीक्षाओ को लेकर अपनी नीति व भुमिका स्पष्ट कर दी जाती है, तो विद्यापीठों के लिए परीक्षा की तैयारी करना कुछ आसान हो जायेगा.
ऑनलाईन परीक्षा की तैयारी की जा चुकी है. जिसके तहत 386 महाविद्यालयों के विद्यार्थियो की परीक्षा ली जायेगी. किंतु सरकार की ओर से परीक्षा के संदर्भ में निर्देश आये बिना नियोजन करना संभव नहीं होगा. बावजूद इसके विभिन्न प्राधिकरणों की मान्यता लेकर परीक्षाओ का नियोजन किया जा रहा है, ताकि तमाम तैयारियां पहले से ही पूर्ण रह सके.
– डॉ. हेमंत देशमुख
संचालक, परीक्षा व मूल्यांकन मंडल
संगाबा अमरावती विद्यापीठ