‘आपा करिया प्रारंभ, आपणे ही छानो हे’
माहेश्वरी परिचय सम्मेलन का शानदार उद्घाटन

* महेश भवन में महाकुंभ, वक्ताओं ने सराहा
* 25 वर्षों बाद स्व. हरगोविंद नावंदर की पावन स्मृति में दो दिवसीय आयोजन
अमरावती/दि.8 – माहेश्वरी समाज के परिचय सम्मेलनों का प्रारंभ कुछ दशक पहले अंबानगरी से ही किया गया था. उपरान्त राष्ट्रीय स्तर पर ऐसे आयोजन प्रारंभ हुए. कालांतर में अन्य समाज ने भी परिचय सम्मेलन की कल्पना और विचार को अपनाया. अत: अंबानगरी ने यह प्रारंभ किया था. पुन: 25 वर्षों बाद ऐसा आयोजन होने जा रहा है. ‘आपा करिया प्रारंभ, आपणे ही छानो हे’ इस प्रकार ठेठ राजस्थानी भाषा में प्रमुख अतिथियों ने दो दिवसीय स्व. हरगोविंद नावंदर पावन स्मृति में आयोजित माहेश्वरी अखिल भारतीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी जुगलकिशोर गट्टानी ने आवाहन किया. गरिमापूर्ण मंच पर प्रमुख अतिथि और अमरावती में समाजसेवा के भीष्म एड. आर. बी. अटल, वरिष्ठ समाजसेवी जुगलकिशोर गट्टानी, युवा उद्यमी अनुज हरगोविंद नावंदर, श्रीमती वर्षा मालू, आयोजक समिति अध्यक्ष रामेश्वर गग्गड, संयोजक प्रा. जगदीश कलंत्री, स्वागताध्यक्ष कमलकिशोर मालानी विराजमान थे.
* समाज को जोडे रखने में सहायक
गट्टानी ने कहा कि, इस तरह के आयोजन होने ही चाहिए. समाज को जोडे रखने में ऐसे कार्यक्रम बडे सहायक और प्रभावी होते हैं. उन्होंने माहेश्वरी सामूहिक सेवा समिति को सुंदर आयोजन के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि, उपस्थिति और सहभाग की दृष्टि से अमरावती ने अपनी गरिमा बढा दी है. गट्टानी जी ने आये हुए अतिथियों का स्वागत करते हुए यह अपेक्षा व्यक्त की कि, कोई छोटी-मोटी असुविधा हो जाती है, तो उसे कृपया नजरअंदाज किया जाये. बेहतर से बेहतर सुविधा का प्रयत्न समिति ने किया है. गट्टानी जी ने आयोजन में पर्याप्त सहायता का ऐलान किया.
* आज के दौर में अत्यंत आवश्यक
महेश सेवा समिति के अध्यक्ष एड. आर. बी. अटल ने कहा कि, जिस तरह का दौर और समय आया है, उसमें समाजस्तर पर परिचय सम्मेलनों की आवश्यकता बढ गई है. इससे हमें अपने पुत्र-पुत्री के संबंध तय करने में सहायता होगी. बेशक युवतियों और उनके अभिभावकों की अपेक्षाएं भावी जंवाई, जीवनसाथी को लेकर बढ गई है. किंतु सौभाग्य से हमारे समाज में प्रत्येक की चाहत के अनुरुप जीवनसाथी है. परिचय सम्मेलन ऐसे जीवनसाथी को चुनने में निश्चित ही प्रभावी ढंग से सहायता करते हैं. एड. अटल ने कहा कि, महेश सेवा समिति ने ऐसे आयोजनों के लिए सदैव तत्परता से कार्य किया है. उन्होंने यह भी कहा कि, आयोजन सुंदर हुआ है, तो समस्त समिति सदस्य बधाई व अभिनंदन का पात्र है, जो महीनों से इसके लिए लगन से कार्य और परिश्रम कर रहे थे.
* संयोजक ने दिया सभी को श्रेय
श्री माहेश्वरी पंचायत के सरपंच और युवक-युवती परिचय सम्मेलन के संयोजक प्रा. जगदीश कलंत्री ने आयोजन के लिए सभी को श्रेय दिया. उन्होंने कहा कि, समाज के युवा, महिलाओं और वरिष्ठ पदाधिकारियों के अनथक योगदान के कारण आज का यह माहेश्वरी महाकुंभ दिखाई दे रहा है. उन्होंने एक बात यह भी कही कि, आगे ऐसे आयोजन जारी रखने की हर संभव कोशिश होगी. सभी का सहकार्य अपेक्षित है. प्रा. कलंत्री ने कहा कि, प्रत्येक समिति सदस्य ने सभी सभा में पहुंचकर अपने योगदान की रिपोर्ट दी. उसी प्रकार गांव-गांव जाकर परिचय सम्मेलन का प्रचार किया गया. यह भी उल्लेखनीय रहा.
सर्वश्री निर्मल लढ्ढा, कमल सोनी, प्रा. विजय भांगडिया, वर्षा प्रणम मालू, उर्मिला कलंत्री, माधवी करवा, सुरेश साबू, राजेंद्र सोनी, राजेंद्र प्रसाद सोमाणी, पुरूषोत्तम मूंधडा, वसंतकुमार मालपाणी, गोविंद दम्माणी, मनमोहन गग्गड, वल्लभदास राठी, राजेश घ. कासट, डॉ. श्याम राठी, अॅड. अशोक तुलसीदास राठी, रमेशचंद्र मुरके, प्रवीण चांडक, प्रमोद बूब, नरेंद्र राठी, मोहन कासट, वरूण प्रणम मालु, डॉ. राजेंद्र कलंत्री, अशोक राठी, किशोर गट्टाणी, डॉ. आशीष मालू, अनुज डॉ. हरगोविंद नावंदर, दीपक हेडा, गोपाल पनपालिया, संतोष कासट, सारंग चांडक, गोपाल चांडक, कमलकिशोर बूब, देवकिसन लढ्ढा, हेमंत राठी, उषा राठी, रजनीदेवी नावंदर, नितिन चांडक, विनोद चांडक, श्याम सुंदर भैया, सुशील सारडा, प्रकाश काकाणी, विमला नावंदर, राजेश हेडा, गोपालदास राठी, प्रज्वल मालू, संदीप राठी, राजेंद्र राठी, प्रकाश केला, सुभाष चांडक, प्रशांत पनपालिया, रंगनाथ चांडक, अनिल नावंदर, उमेश चांडक, डॉ. श्रीगोपाल राठी, विशाल राठी, सागर चांडक, एड. नंदकिशोर कलंत्री, मनमोहन जाजू, प्रा. विजय लोहिया, मोहन राठी, अॅड. राजेश राठी, अॅड हरीश तापडिया, नंदकिशोर राठी, नीलेश साबू,ऋषिकेश कलंत्री, बंकटलाल राठी, बिहारीलाल बूब, घनश्याम नावंदर, संजयकुमार जाजू, डॉ. नंदकिशोर करवा, राधेश्याम बाहेती, माणकलाल सोमाण, मोहित सारडा, महेश मोहता, देवेन्द्र मालपाणी, अनिल राठी, प्रा. सौ. सोनल चांडक, शांतिलाल कलंत्री, राजेश चांडक, अपर्णा मुुंधडा, आरती लढ्ढा, वैष्णवी लढ्ढा, आकाश गग्गड, अॅड. गोपाल बजाज, अॅड. देवकिसन टवाणी, गोकुल गग्गड, राधेश्याम भूतडा, प्रमोद करवा, श्रीनिवास टवानी, नंदकिशोर कलंत्री, दीपक श्यामसुंदर टावरी, अक्षय मंत्री, श्यामसुंदर ट्टल, देवेन्द्र चांडक, अनिल भट्टड, शशि मुंधडा, आशा गग्गड, सीमा कलंत्री, अनिता साबू, रमा हेडा, शोभा बजाज, शोभा बांगड, मीना राठी, सुनीता राठी, रेखा हेडा, वनिता डागा, रत्ना बंग, भाग्यश्री बंग, कृष्णा राठी, सरला कलंत्री, पूजा तापडिया, संगीता टवानी, श्यामा लाहोटी, शोभा राठी, सुनीता लढ्ढा, सुशीला गांधी, शोभा बजाज, पूजा तापडिया, रेखा सोनी, सोनली राठी, विजया राठी, नीता लढ्ढा, कविता मोहता, गोपालदास राठी, केसरीमल झंवर, सुभाष राठी, अनिता मंत्री, प्रभा झंवर, रानी करवा, प्रा. गिरीश डागा, गोपाल बंग, गोकुल गग्गड, दिनेश लाहोटी, दामोदर बजाज, नितीन सारडा, मधुसुदन करवा, नटवर झंवर, ठाकुरदास राठी, राजेंद्र राठी, घनश्याम लढ्ढा, दर्शन बागडी, रामप्रकाश गिल्डा, ओमप्रकाश चांडक, शरद कासट, विनोद जाजू, सुनील मंत्री, प्रमोद राठी, संजय भूतडा, मोहित सारडा, रोशन सादाणी, बंकटलाल राठी, राधेश्याम बाहेती, डॉ. नंदकिशोर करवा, माणकलाल सोमाणी, अमित मंत्री, भूषण भट्टड, एड. रामगोपाल कलंत्री, अॅड. प्रदीप चांडक, रोहित राठी, प्रणित सोनी, श्यामसुंदर, सोनी, महेंद्र भूतडा, डॉ. रामगोपाल तापडिया, विनोद राठी, आनंद मालपाणी, विशाल राठी, किरण मुंदडा, प्रभा झंवर, रानी करवा, अनिता मंत्री, रचना सुदा, सुमन राठी, शशिकला लाहोटी, कविता राठी, मालती सिकची, गीता लाहोटी, ललिता लखोटिया, रामेश्वर गुल्हाने आदि अनेकानेक समाजबंधु-भगिनी की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही.
* रो पडे ओम नावंदर
डॉ. हरगोविंद नावंदर के छोटे भाई ओमप्रकाश नावंदर ने भी विचार व्यक्त किये. उन्होंने कहा कि, आयोजन और मंच पर अपने अग्रज डॉ. नावंदर के सहयोगी रहे रामेश्वर गग्गड एवं जगदीश कलंत्री व अन्य सभी को देखकर उन्हें अपने स्वर्गीय भ्राता के यहां उपस्थित होने का आभास हो रहा है. ऐसे आयोजन के डॉ. नावंदर जनक रहे हैं. इसके पीछे बडी समाजसेवा का उनका उद्देश्य रहा है. ओमबाबू नावंदर अपनी भावनाएं नियंत्रित न कर सके. रो पडे. फिर अपने आपको उन्होंने संभाला.
* प्रत्येक के सहयोग से आयोजन ऐतिहासिक
समारोह की अध्यक्षता कर रहे समिति अध्यक्ष रामेश्वर गग्गड ने अपने संबोधन को शायरी से सजाया. उनका संबोधन उपस्थितों को बडा पसंद आया और सभी ने सुंदर प्रतिसाद प्रत्येक बात मेें दिया. रामेश्वर गग्गड ने कहा कि, समाज के पास भामाशाहों की कमी नहीं है, बल्कि आज ही अनेक लोगों ने उन्हें आगामी आयोजन के लिए लाखों की धनराशि देने का वादा कर दिया. उन्होंने कुछ नामों का उल्लेख भी किया. गग्गड ने कहा कि, वर्षों बाद परिचय सम्मेलन आयोजित कर प्रसन्नता के साथ-साथ गौरव की अनुभूति हो रही है. उन्होंने आयोजन में आयी कुछ बाधाओं का भी उल्लेख कर कहा कि, समाज के लोगों ने मिनटों में उन बाधाओं को दूर कर दिया. यह भी माहेश्वरी समाज की पहुंच, प्रभाव को दर्शाता है. उन्होंने देश के विभिन्न प्रांतों से आये अतिथियोें का अपने अंदाज में स्वागत किया. समिति के प्रत्येक सदस्य के योगदान का गौरवपूर्ण उल्लेख किया. उनका संबोधन अत्यंत लाइव रहा. उपस्थित समाजबंधु-भगिनी उत्साहपूर्ण प्रतिसाद देते रहे. गग्गड ने समाज के युवाओं से कार्य करने के लिए आगे आने कहा. उन्होंने कहा कि, हमारे पास सभी साधन संसाधन मौजूद है. आगे आकर इन संसाधनों, संबंधों का उपयोग हमें समाजहित में करना है. गग्गड ने प्रतिवर्ष युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित करने की भी तैयारी दर्शायी. संचालन प्रा. डॉ. सोनल चांडक और योग प्रशिक्षक अनिल राठी ने सुंदरता से किया. आभार प्रदर्शन शांतिलाल कलंत्री ने किया. अतिथियों का पुष्प देकर स्वागत किया गया.