अमरावती

आरती आमटे की ससुराल में भी समाजसेवा कायम

‘आस्था’ प्रकल्प के तहत जरुरतमंदों को दिया जाता है आधार

अमरावती/दि.8– समाजसेवक बाबा आमटे की पोती और प्रकाश बाबा आमटे की बेटी आरती आमटे (नानकर) यह मायेकी तरह ससुराल में भी समाजसेवा लगातार कर रही है. ढाई माह से जिला अस्पताल के मरीजों के 60 जरुरतमंद रिश्तदारों को हर दिन रात का भोजन नि:शुल्क देती है. वर्तमान में वह इर्विन में उपहारगृह चलाती है. साथ ही आस्था प्रकल्प के तहत निराधार व्यक्तियों को समाजसेवा के माध्यम से आधार देती है.
समाज के पीडित, कुष्ठरोगी और अन्य जरुतमंदों के लिए बाबा आमटे ने अपना आरामदायी जीवन छोडकर खुद को समाजकार्य में झोंक दिया. उन्हें समाज व दोस्तों ने सिरफिरा कहा. लेकिन उन्होंने समाजसेवा का यह कार्य लगातार जारी रखा और उस समय के संघर्षमय सफर के संस्कार से हम आगे बढे, ऐसा बाबा आमटे की पोती आरती आमटे ने कहा. सामाजिक कार्य तथा, कुष्ठरोगियों की सेवा और गरिबों की व्यथा देखकर उन्हें सहायता का हाथ देने वाले बाबा आमटे व पिता प्रकाश आमटे का कार्य आगे ले जाने का काम ‘आस्था’ प्रकल्प के तहत पिछले पांच साल से आरती आमटे लगातार कर रही है. 40 वर्षीय आरती उदय आमटे अमरावती में स्थायी हुई है. पति उदय मधुकर नानकर यह विविध संस्थाओं में मार्गदर्शक के रुप में काम करते है. ससुराल नंदुरबार जिले की है. सास-ससुर पुणे में स्थायी हुए है तथा पिछले 10 साल से आरती आमटे अमरावती में सामाजिक कार्य कर रही है. आरती आमटे ने बताया कि, बीएससी नर्सिंग का शिक्षण लेने के बाद पिता की तरह सामाजिक कार्य करने की शुरुआत की. ‘आस्था’ प्रकल्प के तहत अमरावती के निकट बहिलोलपुर, गुलगव्हाण गांव की महिलाओं के लिए नर्सिंग केअर कैम्प तथा छोटे बच्चों के लिए शुरु की गई टॉय लायबे्ररी, वेलकम पॉइंट पर पब्लिक टॉयलेट, प्रयास संस्था के साथ हेल्पलाइन और मेडिकल इक्विपमेंट बैंक प्रकल्प समेत समाज के हितार्थ अन्य प्रकल्प आस्था के जरिए चलाए जाते है. समाजसेवा करते समय ससुर मधुकर नानकर व सास सूमन नानकर का मार्गदर्शन व माता-पिता की तरफ से प्रेरणा मिलती रहने की बात भी आरती आमटे ने कही.

* खुद को मिलती खुशी के कारण यह सेवा
सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा दादाजी से मिली है. उनकी प्रेरणा पर चलते हुए जरुरतमंदो को सहायता मिले ऐसी अपेक्षा है. सामाजिक कार्य करते समय अनेक बातों का सामना करना पडता है. लेकिन गरिबों के दुख देखकर यह कार्य शुरु रखने से खुद का खुशी मिलती है, ऐसा आरती आमटे ने कहा.

* नि:शुल्क भोजन वितरण में बढोतरी की जाएगी
आरती आमटे ने कहा कि, कुछ माह पूर्व जिला अस्पताल का उपहारगृह चलाने मिला है. उस समय उन्होंने जरुतमंदों को सहायता करने का निर्णय लिया. इसके मुताबिक हर दिन रात 60 व्यक्तियों को नि:शुल्क भोजन का वितरण किया जाता है. इस कार्य में चित्रा कालबांडे, माधुरी ठाकरे, गीता काजनेकर, दत्तात्रय नांदुरकर सहयोग करते है. कुछ दिनों बाद नि:शुल्क भोजन वितरण में बढोतरी की जाएगी.

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