‘आरती कुंज बिहारी की, गिरधर कृष्ण मुरारी की…’
राधा-कृष्ण मंदिर में प्रबोधिनी एकादशी
* जगे हजारों दीप, दीपदान में महिला श्रद्धालुओं का तांता
अमरावती/दि. 12 – श्री राधा-कृष्ण सेवा समिति द्वारा प्रबोधिनी एकादशी अर्थात देवउठनी एकादशी पर आज सबेरे रंगारी गली स्थित राधा-कृष्ण मंदिर में कथा वाचन और दीप दान का आयोजन किया तो सैकडों की संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु न केवल उमडे अपितु संपूर्ण मंदिर को दीपों से जगमगा दिया. अत्यंत अनूठा दृष्य और भक्तिपूर्ण वातावरण इस समय बना. जिसमें रामदेव बाबा भक्तगण मंडल के सभासदों ने सुंदर भजनों की प्रस्तुत देकर वातावरण को और प्रभावी व स्मरणीय बना दिया. भाविकों में इस कदर उत्साह और आस्था थी कि, देर तक दीप प्रज्वलन का कार्य जारी रहा. उपरांत महाआरती में सभी ने उत्साह से अपने स्थान से सहभाग किया. भगवान विष्णु का गगनभेदी जयकारा लगाया गया.
* पं. संजय शर्मा द्वारा महात्म्य
पं. संजय शर्मा ने अपनी ओजस्वी वाणी में आज की प्रबोधिनी एकादशी की कथा प्रस्तुत कर महात्म्य विषद किया. उन्होंने बताया कि, अब अगले आठ माह भगवान विष्णु सजग मुद्रा में सृष्टि का पालनपोषण करते हैं. इसी प्रकार आज के दिन से एकादशी व्रत प्रारंभ किया जा सकता है, ऐसे ही अब अगले कुछ माह तक शुभ कार्य, मंगल प्रसंग का आयोजन हो सकता है. विवाह आदि भी संपन्न होंगे. उन्होंने त्याज्य वस्तु, चीज, आदत के परित्याग हेतु भी आज का दिन श्रेष्ठ बतलाया.
* सुंदर व्यवस्था, अद्भूत नजारा
राधा-कृष्ण सेवा समिति ने सदा की तरह दीप प्रज्वलन, आरती और प्रसादी की व्यवस्था सुंदर की थी. मंदिर परिसर में हजारों दीपों के प्रज्वलन से दर्शनीय दृष्य प्रस्तुत हुआ था. ऐसे ही भाविकों की भारी भीड होने से पग रखने की भी जगह शेष न रही थी. उसी प्रकार प्रसादी में साबूदाना खिचडी, खोबरा बर्फी, आंवला, केला के साथ मसाला, सूखा मेवायुक्त दूध का प्रसाद पाकर भाविकों की एकादशी का फराल मानों मंदिर में ही हो गया. आज के यजमान में सर्वश्री अनिल गोविंदराम नांगलिया, आरोही सिद्धार्थ पनपालिया, संदीप रामकिशोर कलंत्री, नारायण रमेशचंद्र लड्ढा, स्व. जसोदाबाई गोविंदराम दरक, स्व. हरिकिसन राधावल्लभ सोनी, स्व. कन्हैयालाल साबू, स्व. किरणदेवी हरिकिसन गग्गड, श्री गायल माता परिवार और गोपालदास राठी परिवार सायत आदि का समावेश रहा.