अभिजीत अडसूल ‘इन’, रमेश बुंदिले ‘आउट’
दर्यापुर मेें महायुति के बीच जबर्दस्त दरार
* अडसूल को शिंदे गुट का टिकट मिलते ही बुंदिले ने छोडी भाजपा
* पूर्व विधायक बुंदिले ने युवा स्वाभिमान पार्टी का दामन थामा
* वायएसपी प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडेंगे बुंदिले, परसो या नरसो नामांकन
* युवा स्वाभिमान के अध्यक्ष विधायक राणा ने बुंदिले के पार्टी प्रवेश की पुष्टि की
अमरावती/दि.23 – आगामी विधानसभा चुनाव हेतु शिंदे गुट वाली शिवसेना ने अपने प्रत्याशियों के नामों की पहली सूची जारी कर दी है. जिसके तहत पार्टी ने अनुसूचित जाति हेतु आरक्षित दर्यापुर सीट से पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं क्षेत्र के पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी घोषित किया है. लेकिन महायुति के तहत दर्यापुर सीट शिंदे गुट वाली शिवसेना में जाने और शिंदे गुट से अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी बनाये जाने के साथ ही दर्यापुर क्षेत्र में महायुति के भीतर बडी दरार पडती दिखाई दी. जब इस फैसले का विरोध करते हुए क्षेत्र के पूर्व भाजपा विधायक रमेश बुंदिले ने महायुति से बाहर निकलने का ऐलान करने के साथ ही विधायक रवि राणा के नेतृत्ववाली युवा स्वाभिमान पार्टी का दामन थाम लिया. साथ ही युवा स्वाभिमान पार्टी ने भी पूर्व विधायक रमेश बुंदिले का पार्टी में स्वागत करते हुए उन्हें पार्टी की ओर से दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में प्रत्याशी बनाये जाने की घोषणा कर डाली. जबकि खुद युवा स्वाभिमान पार्टी भी राज्य की सत्ताधारी महायुति में शामिल है.
बता दें कि, युवा स्वाभिमान पार्टी के नेता व विधायक रवि राणा तथा अडसूल पिता-पुत्र के बीच वर्ष 2014 से राजनीतिक अदावत चली आ रही है. ऐसे में भाजपा नेत्री व पूर्व सांसद नवनीत राणा सहित महायुति में शामिल रहने वाली युवा स्वाभिमान पार्टी के मुखिया व विधायक रवि राणा द्वारा दर्यापुर सीट से पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल को प्रत्याशी बनाये जाने का शुरु से ही विरोध किया जा रहा था और अभिजीत अडसूल को ‘बाहरी पार्सल’ बताते हुए दर्यापुर सीट को भाजपा के कोटे में रखे जाने की मांग की जा रही थी. किंतु महायुति के तहत दर्यापुर सीट शिंदे गुट वाली शिवसेना के हिस्से में छूटी है और शिंदे गुट वाली शिवसेना ने अपने राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक अभिजीत अडसूल को इस सीट से प्रत्याशी घोषित किया है. जिसके तुरंत बाद दर्यापुर क्षेत्र में महायुति के पदाधिकारियों में बिखराव का दौर चलना शुरु हो गया. सबसे पहले तो भाजपा नेत्री व पूर्व सांसद नवनीत राणा तथा युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष व विधायक रवि राणा ने इस फैसले पर अपनी नाराजगी जतायी. वहीं दूसरी ओर दर्यापुर सीट से एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने के इच्छुक पूर्व भाजपा विधायक रमेश बुंदिले ने भाजपा को छोडने का निर्णय घोषित किया. जिन्हें तुरंत ही युवा स्वाभिमान पार्टी ने अपने पाले में आने का निमंत्रण दे डाला और पूर्व विधायक रमेश बुंदिले ने वायएसपी का दामन थाम लिया. ऐसे में यद्यपि अब भी पूर्व विधायक रमेश बुंदिले व युवा स्वाभिमान पार्टी महायुति में ही शामिल है. लेकिन दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में वे महायुति प्रत्याशी के खिलाफ अपना दावा ठोंकने जा रहे है. जिसके चलते कहा जा सकता है कि, अभिजीत अडसूल की दावेदारी के चलते दर्यापुर क्षेत्र में अब महायुति के भीतर दोफाड हो चुकी है.
इस संदर्भ में जानकारी हेतु संपर्क किये जाने पर युवा स्वाभिमान पार्टी के नेता व विधायक रवि राणा ने पूर्व विधायक रमेश बुंदिले को अपनी पार्टी में प्रवेश दिये जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि, पूर्व विधायक रमेश बुंदिले ही दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र से युवा स्वाभिमान पार्टी के प्रत्याशी होंगे और 24 या 25 अक्तूबर को वे पार्टी प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन भी दाखिल करेंगे. इससे स्पष्ट हो गया है कि, महायुति में शामिल दो घटक दल इस बार दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र में एक-दूसरे को चुनौति देते हुए आमने-सामने होंगे.