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कामोत्तेजक व निंद की गोलियों की अवैध बिक्री पर नकेल

20 लाइसेंस रद्द, 75 अनुमतियां निलंबित

* 104 मेडिकल को शो-कॉज, 6 पर एफआईआर
* जिले के कई दवाई बिक्रेता औषधि प्रशासन के रडार पर
अमरावती/दि.26– जिले में औषधि बिक्री नियमों का उल्लंघन करने वाले कई मेडिकल औषधि प्रशासन के रडार पर है. विगत वर्ष भर में अन्न व औषधि प्रशासन विभाग के औषधि प्रशासन द्बारा जिले के 20 मेडिकल के लाइसेंस रद्द किये गये है. इसी प्रकार 75 मेडिकल की अनुमतियां निलंबित कर 104 मेडिकल संचालकों को शो-कॉज जारी किया गया है. कामोत्तेजक दवाईयों की अवैध बिक्री, निंद की गोलिया व बॉडी बिल्डिंग के इंजेक्शन की बगैर डॉक्टर की पर्ची के बिक्री करने के मामले उजागर होने के बाद जिला औषधि प्रशासन ने यह कार्रवाई की है. जिले के कई दवाई बिक्रेताओं द्बारा बगैर अनुमति व औषधि नियमों का उल्लंघन कर दवाईयों की बिक्री की जाती है. ऐसे सभी मेडिकल औषधि प्रशासन के रडार पर है. निंद की गोलियां बेचने वाले संदिग्ध मेडिकलों की सुची तैयार कर ऐसे मेडिकलों की समय-समय पर जांच की जा रही है. ऐसी जानकारी औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त उमेश घरोटे ने दै. अमरावती मंडल को दी.
जिले में सभी अनुमति धारक मेडिकल संचालकों को नियमानुसार दवाई बिक्री करने के निर्देश औषधि प्रशासन द्बारा जारी किये गये है. इसके बावजूद भी कई मेडिकल संचालक बगैर डॉक्टर के पर्ची के ही दवाईयां बेचते पाये जा रहे है. इनमें कामोत्तेजक व निंद की गोलियों की अवैध रुप से बिक्री करने वाले मेडिकलों की संख्या सर्वाधिक है. बगैर अनुमति यह दवाईयां धडल्ले से बेची जाती है. जिस पर नकेल कसने के लिए कडा कार्रवाई अभियान औषधि प्रशासन विभाग द्बारा शुरु किया गया है. अब तक 75 से अधिक दोषी मेडिकल की अनुमतियां निलंबित करने की कार्रवाई औषधि प्रशासन द्बारा की गई है. इनमें से जो मेडिकल एक से अधिक बार कार्रवाई में पकडे गये है, ऐसे 20 मेडिकल के लाइसेंस कायम स्वरुप रद्द करने की कार्रवाई औषधि प्रशासन द्बारा की गई है. औषधि प्रशासन के अधिकारी घरोटे का कहना है कि, मेडिकल से अपने हिसाब से दवाई खरीदकर खाना लोगों के सेहत के लिए खतरे से खाली नहीं है. इसलिए किसी भी प्रकार की दवाई खाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरुर लें, उसी प्रकार यदि कोई मेडिकल बगैर डॉक्टर के पर्ची के दवाईयां, निंद की गोलियां, बॉडी बिल्डिंग के इंजेक्शन आदि बेचता है, तो तुरंत उसकी जानकारी औषधि प्रशासन को दी जाये. जिससे लोगों की जान से होने वाले खिलवाड से बचा जा सके.

* जिले में 2 हजार मेडिकल
औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि, अमरावती जिले में 2 हजार मेडिकल है. समय-समय पर इन सभी मेडिकलों की जांच की जाती है. दवाईयों का स्टॉक, फार्मासिस्ट की नियुक्ति, औषधि व सौंदर्य प्रसाधन कानून का पालन आदि विषयों पर संबंधित मेडिकल की जांच महकमा करता है. विगत दिनों 400 से अधिक मेडिकल की जांच की गई है. इनमें से 104 से अधिक मेडिकल को शो-कॉज जारी कर नियमानुसार ही दवाई बिक्री करने के निर्देश दिये गये है. मेडिकल द्बारा नियमों का पालन नहीं होने पर उनके लाइसेंस निलंबित करना, बार-बार पकडे जाने पर लाइसेंस कायम रद्द करना आदि प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जा रही है.

* 8 लाख का माल जब्त, 6 पर एफआईआर
अन्न व औषधि प्रशासन विभाग के औषधि सहायक आयुक्त उमेश घरोटे ने दी जानकारी अनुसार वर्ष भर मेें 8 लाख रुपयों की दवाईयां जब्त कर 6 मामलों में संबंधित मेडिकल संचालक व फार्मासिस्ट पर एफआईआर दर्ज किये गये है. निंद के गोलियों की व कामोत्तेजक दवाईयों की अवैध बिक्री को लेकर यह कडी कार्रवाई औषधि प्रशासन विभाग द्बारा की गई है.

* प्रशासन अलर्ट मोड पर
वर्तमान में कई मेडिकल द्बारा निंद की गोलियों की अवैध बिक्री की जा रही है. इसी प्रकार औषधि नियमों को ताक पर रखकर आयुर्वेदिक के नाम पर एलोपैथिक दवाईयों की बिक्री, बॉडी बिल्डिंग के इंजेक्शन आदि बेचने के मामले बढ रहे है. इसलिए औषधि प्रशासन के सभी औषधि निरिक्षकों को अलर्ट जारी कर लगातार जांच अभियान चलाने के निर्देश दिये गये है. नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. दोषियों पर नियमानुसार कडे कार्रवाई की गाज गिरेगी, यह विश्वास भी सहायक आयुक्त घरोटे ने व्यक्त किया.

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