अमरावतीमहाराष्ट्र

सालबर्डी में हर साल होते है हादसे, उपाय योजना की जरूरत

हाथीडोह से रहे सावधान

मोर्शी/दि.6महाशिवरात्रि के पर्व पर सालबर्डी में हर साल यात्रा लगती है. यहां पर दर्शनार्थियों भीड उमडती है, किंतु खुशी के उत्साह में रहनेवाले भक्तों को सालबर्डी की नदी में उतरने का मोह नहीं छुटता. नदी से सटे हाथीडोह में डूबकर मृत्यु होने की कई घटनाएं हुई है. इसलिए यदि सालबर्डी जाना है तो वहां के हाथीडोह से सावधान रहने की जरूरत है. मध्य प्रदेश सरकार ने यहां पर उपाय योजना करने की आवश्यकता है, ऐसा भक्तों द्वारा कहा जा रहा है.
बतादें कि, सालबर्डी धार्मिक स्थल होने के साथ ही यहां की प्राकृतिक सुंदरता के कारण पर्यटन स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. इसलिए पर्यटक सालबर्डी में भीड करते है. यात्रा निमित्त समुचे जिले से नागरिक सालबर्डी आते है. ससा रक्षण मंदिर, सीता का स्नानघर, पांडव कचेरी, पंचावतार मंदिर, श्रीराम मंदिर इन धार्मिक स्थलों के साथही यहां पर हाथीडोह, गुप्त गंगा जैसे प्राकृतिक स्थल भी है. सालबर्डी की शुरुआत पहली सीढी से की जाती है. वहां से आगे गुफा की ओर जाने का मार्ग शुरु होता है, परंतु कुछ कदम आगे जाने के बाद भक्तों की दृष्टि हाथीडोह पर पडती है. हाथीडोह में पानी रुका हुआ रहता है. डोह की गहराई का किसी को अंदाजा नहीं है. लेकिन कुछ साल पहले यह डोह सूख गया था. इस डोह से हाथी जा सकता है अथवा इस डोह में यदि कोई हाथी गया तो भी वह पूरी तरह डूब जाएगा, ऐसा अंदाजा यहां के नागरिकों को आने से इसका नाम हाथीडोह रखा गया, ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है. यहां पर सुरक्षा के मद्देनजर उपाय योजना हेतु मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा बांसे लगाए जात है, परंतु यह बांसे पानी के बहाव से निकल जाते है. स्थायी उपाय नहीं किए जाते. इसलिए यदि कोई सालबर्डी की यात्रा कर रहे है, तो उन्हें इस हाथीडोह से सतर्क रहने की आवश्यकता है, यह आह्वान सुज्ञ नागरिकों द्वारा किया जा रहा है.

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