जिन्होंने मुझे हराया, ‘उन’ नेताओ का हिसाब करो
पूर्व सांसद नवनीत राणा के प्रचार वाहन की जोरदार चर्चा
* शहर के गाडगे नगर, राठी नगर, राधा नगर व शेगांव नाका परिसर में घूम रहा प्रचार वाहन
* नवनीत राणा का निशाना किधर, इसे लेकर लगाये जा रहे अलग-अलग कयास
अमरावती/दि.12 – इस समय विधानसभा चुनाव हेतु होने वाले मतदान के लिए केवल एक सप्ताह का समय शेष है. जिसके चलते सभी प्रत्याशियों द्वारा अपने-अपने चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंकी जा रही है. साथ ही राजनेताओं द्वारा एक-दूसरे को लेकर जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी किये जा रहे है. वहीं अब अमरावती में भाजपा नेत्री व पूर्व सांसद नवनीत राणा ने अपना एक प्रचार वाहन घुमाना शुरु कर दिया है, जो हकीकत में किसी का प्रचार ही नहीं कर रहा, बल्कि इस प्रचार वाहन के जरिए अमरावती के मतदाताओं से आवाहन किया जा रहा है कि, जिन नेताओं ने लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी नवनीत राणा को हराने का काम किया. अब उनके साथ विधानसभा चुनाव में हिसाब-किताब पूरा करना है.
‘हिसाब पूरा करों’ का संदेश लेकर घुमने वाले ऐसे सर्वाधिक वाहन शहर के विएमवि परिसर, शेगांव नाका परिसर, राठी नगर, गाडगे नगर व राधा नगर सहित कुछ झोपडपट्टी परिसर में लगातार घुम रहे है. जिन पर लगे लाउड स्पीकरों के जरिए डेप्यूटी सीएम देवेंद्र फडणवीस का एक बयान प्रसारित किया जा रहा है. जिसमें डेप्यूटी सीएम फडणवीस द्वारा कहा गया है कि, नवनीत राणा की हार के बाद राजकमल चौक में जो कुछ भी हुआ, उसे देखकर भी अगर नींद नहीं खुलती है, तो आगे चलकर आप सडक पर भी नहीं घुम सकेंगे. इसके साथ ही पूर्व सांसद नवनीत राणा द्वारा अपनी हार के संदर्भ में भावनात्मक आवाहन भी करते हुए कहा गया है कि, जिन लोगों ने अमरावती संसदीय क्षेत्र में उन्हें हराने का काम किया. अब ऐसे सभी लोगों के साथ हिसाब-किताब पूरा करने का वक्त आ गया है.
उल्लेखनीय है कि, भाजपा नेत्री नवनीत राणा द्वारा इस समय जिले के अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्र में महायुति के प्रत्याशियों का प्रचार किया जा रहा है. लेकिन वे अब तक अजीत पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से महायुति की प्रत्याशी रहने वाली सुलभा खोडके के प्रचार हेतु आगे नहीं आयी है. वहीं लोकसभा चुनाव में पराजीत होने वाली नवनीत राणा को अब विधानसभा चुनाव के समय इस तरह से अपना प्रचार वाहन घुमाने की जरुरत क्यो महसूस हुई. इसे लेकर कई सवाल उपस्थित किये जा रहे है.
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर यह माना जा रहा है कि, एक-दूसरे के धूर प्रतिद्वंदी रहने के चलते नवनीत राणा ने अपने प्रचार वाहनों के जरिए एक तरह से खोडके के खिलाफ अप्रत्यक्ष संदेश देना शुरु किया है. हालांकि भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इस संभावना को खारिज करते हुए कहा कि, ऐसी चर्चाओं में कोई दम नहीं है. क्योंकि नवनीत राणा ने अपने द्वारा किये जा रहे प्रचार में महायुति व खोडके को लेकर कुछ भी नहीं कहा है, बल्कि नवनीत राणा को कांग्रेस प्रत्याशी बलवंत वानखडे व कांग्रेस नेताओं ने हराया था. ऐसे में उनका निशाना कांग्रेस के उन्हीं नेताओं की ओर है, जो कि पूरी तरह से सही भी है.