अमरावतीमहाराष्ट्र

अचलपुर उपजिला अस्पताल में उपचार मे लापरवाही से महिला की मौत

पुलिस में शिकायत दर्ज

अंजनगांव सुर्जी /दि.8 – डॉक्टर को भगवान का दुसरा रूप माना जाता है, जो मरीजों की जान बचाने आखिर समय तक अपने प्रयास करते है. लेकिन अचलपुर के उपजिला अस्पताल मे मरीजों की जान से खिलवाड किया जा रहा है. डॉक्टर की लापरवाही के कारण अंजनगाव सुर्जी तहसील के कसबेगव्हाण ग्राम में रहने वाली सुमैय्या बानो अब्दुल कलाम (32) की प्रसूति के दौरान मृत्यु हो गई. संबंधित पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है.
जानकारी के मुताबिक कसबेगव्हाण निवासी सुमैय्या बानो अब्दुल कलाम नामक महिला को प्रसूति के लिए 18 फरवरी को अचलपुर के उपजिला अस्पताल में भरती किया गया था. जांच के बाद डॉ. मंगला राठी व संबंधित स्टॉफ ने उस महिला का सिजेरियन ऑपरेशन कर प्रसूति की. महिला ने बेटे को जन्म दिया. ऑपरेशन के दौरान महिला के पेट के अंदर की नस कट गई, जिससे महिला के पेट मे दर्द होने लगा. इस बाबत संबंधित महिला व उसके परिजनों ने डॉक्टर को जानकारी दी. तब डॉक्टर ने कहा कि ऐसा होते रहता है, चिंता न करें, सबकुछ ठीक है. लेकिन प्रसूत महिला की लगातार तबीयत बिगडती गई. उसे उपचार के लिए अमरावती रेफर करने के बजाए चार दिनो तक वहीं पर उपचार जारी रखकर समय बर्बाद किया गया. दर्द से महिला तडपती रही फिर भी उस पर उचित उपचार नहीं किया गया, ऐसा आरोप रिश्तेदारों का है. जब महिला की तबीयत काफी नाजूक हो गई, तब उसे 21 फरवरी को अमरावती जिला अस्पताल रेफर किया गया. महिला की तबीयत चिंताजनक होने से वहां पर महिला को लगने वाली सुविधा को देखते हुए जिला अस्पताल के अधिकारीयो ने अच्छे अस्पताल में उपचार करने की सलाह दी. इस कारण उसे रेडियंट अस्पताल में भर्ती किया गया. डॉक्टर ने उसे खून चढाने का प्रयास किया. तब पता चला कि, प्रसूति करते समय पेट के अंदर की नस कट गई थी. इस कारण इस निजी अस्पताल में महिला का दोबारा ऑपरेशन कर जान बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन दूसरे दिन महिला की मौत हो गई. मौत का कारण उस अस्पताल के डॉक्टर से परिजनो ने पूछा तो उस डॉक्टर ने बताया कि अचलपुर उपजिला अस्पताल में महिला की प्रसूति करते समय पेट में नस कटने से रक्तस्त्राव अधिक होने से ऐसा हुआ है.
इस घटना के बाद मृतक महिला के भाई ब्राह्मणवाडा थडी निवासी ने अचलपुर थाने में दर्ज की शिकायत में आरोप किया है कि, उसकी बहन की अचलपुर उपजिला अस्पताल में प्रसूति करते समय डॉक्टर और संबंधित स्टॉफ ने लापरवाही बरती है. इस कारण संबंधितों पर कडी कार्रवाई की जानी चाहिए. पुलिस ने इस प्रकरण की जांच करने के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन मृतक के भाई को दिया है.
* तीन साल की मासूम अब बिना मां की
मृत महिला को पहिली अशना नामक 3 वर्षीय नन्ही परी है, वह अपने पिता व दादी के पास अपने गांव कसबेगव्हाण में है. उसकी माँ को प्रसूती के लिए जाते समय उसे बताया गया था कि, उसकी माँ को दवाखाना ले जा रहे है. बेटी को यह नहीं पता कि, उसकी माँ उसे हमेशा के लिए छोडकर चली गई है. मासूम अशना अपनी माँ को याद कर पिता व दादी से बार-बार पूछ रही है कि अम्मी दवाखाना से कब आयेगी. वह हर दिन घर के दरवाजे पर खडे रहकर अपनी मां का इंतजार करती रहती है.

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